विकास कृष्ण (69 किलो) और सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) ने एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर के फाइनल में प्रवेश कर लिया, जबकि विश्व रैंकिंग में नंबर एक अमित पंघल (52 किलो), छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मेरीकॉम (51 किग्रा) और लवलीना बोरबोहेन (69 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. पांचों मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में प्रवेश के साथ ही ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया था, लेकिन विकास और सिमरन के पास अब स्वर्ण जीतने का मौका है.
विकास कृष्ण ने अपनी बाईं भौंह के नीचे चोट लगने के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया और कजाखस्तान के अब्लाइखान जुसुपोव को मात दी. अब उनका सामना जॉर्डन के एशेह हुसैन से होगा, जिन्होंने एशियाई स्वर्ण पदक विजेता और शीर्ष वरीयता प्राप्त बोबो उस्मान बातुरोव को मात दी. उधर, सिमरनजीत कौर ने ताइवान की तीसरी सीड शिह-यी वू को मात दी. वह बुधवार को फाइनल में कोरिया की ओह येओन्जी से भिड़ेंगी.
इससे पहले भारत को निराशा हाथ लगी, जब विश्व चैम्पियनशिप में रजत विजेता और शीर्ष वरीयता प्राप्त अमित पंघल को ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता चीन के जियांगुआन हू ने सेमीफाइनल में 3-2 से हराया. वह पिछले साल एशियाई सेमीफाइनल में पंघल से हार गए थे. वहीं, मेरीकॉम को सेमीफाइनल में चीन की पूर्व युवा ओलंपिक चैम्पियन युआन चांग ने 4-1 से मात दी.
दूसरी तरफ, दो बार की कांस्य पदक विजेता और दूसरी वरीयता प्राप्त बोरगोहेन को तीसरी वरीयता प्राप्त और 2018 की रजत पदक विजेता चीन की होंग गू ने 5-0 से मात दी. अब होंग का सामना विश्व चैम्पियन और शीर्ष वरीयता प्राप्त ताईवान की चेन नियेन चिन से होगा.