चार बार की विश्व चैम्पियन महिला मुक्केबाज एम सी मैरीकाम ने आज कहा कि अब उनका कैरियर में एकमात्र लक्ष्य 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है जिसमें महिला मुक्केबाजी को पहली बार शामिल किया जा रहा है.
मैरीकाम ने कहा, ‘‘मैने चार विश्व चैम्पियनशिप जीती है लेकिन मेरा असल सपना ओलंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम करना है. लंदन ओलंपिक में मुक्केबाजी को पहली बार शामिल किया जा रहा है और मुझे पूरा विश्वास है कि मेरा यह ख्वाब वहां पूरा होगा.’’
यह पूछने पर कि दो साल बाद होने वाले इन खेलों तक क्या वह पदक जीतने के लिये जरूरी फिटनेस और फार्म बरकरार रख सकेगी, इस 27 वर्षीय मुक्केबाज ने कहा, ‘‘मैं अपने फार्म और फिटनेस पर काफी मेहनत करती हूं. इच्छाशक्ति होने पर खिलाड़ी किसी भी उम्र तक खेल सकता है. मैंने मां बनने के बाद रिंग पर वापसी करके विश्व चैम्पियनशिप जीती थी.’’
लंदन में 2012 में होने वाले ओलंपिक से पहले इस साल चीन में होने वाले एशियाई खेलों में भी मुक्केबाजी का पदार्पण होने जा रहा है. ग्लोबल न्यूट्रीशन कंपनी हर्बलाइफ इंडिया के साथ करार के सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त इस मुक्केबाज ने कहा कि एशियाड में भी उनकी नजरें पीले तमगे पर होगी.