तीन साल पहले तीन फरवरी का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए यादगार बन गया... इसी दिन भारत ने चौथी बार अंडर-19 का क्रिकेट विश्व कप अपने नाम किया. पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारतीय शेरों ने फाइनल में कंगारूओं को चारों खाने चित कर दिया था.
3 फरवरी 2018 को न्यूजीलैंड के माउंट माउंगानुई में खेले गए फाइनल में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से मात दी थी. भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 216 रनों पर समेटकर बल्लेबाजों का काम आसान कर दिया. उसके बाद मनजोत कालरा ने 101 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को रिकॉर्ड चौथी बार अंडर-19 विश्व कप की बादशाहत दिला दी.
फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जेसन संघा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया. ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 47.2 ओवरों में 216 रनों पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया की ओर से जोनाथन मेरलो ने सर्वाधिक 76 रन बनाए, जबकि परम उप्पल ने 34 रन बनाए. भारत की ओर से कमलेश नागरकोटी, ईशान पोरेल, शिवा सिंह और अनुकूल रॉय ने 2-2 विकेट निकाले.
#OnThisDay in 2018, India won the U19 Cricket World Cup for the fourth time.
— ICC (@ICC) February 3, 2021
Prithvi Shaw was captain, Shubman Gill was Player of the Tournament, and Manjot Kalra scored an unbeaten 101 at the top of the order in the final. pic.twitter.com/RvZkCZ80Jc
अब मैच जिताने की जिम्मेदारी भारत के युवा बल्लेबाजों के कंधे पर थीं और उन्होंने भारतीय फैंस को निराश नहीं किया. भारत ने 38.5 ओवरों में 2/220 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया था. मनजोत कालरा 101 और हार्विक देसाई 47 रनों पर नाबाद रहे. पृथ्वी शॉ ने 31 और शुभमन गिल ने 29 रन बनाए. मनजोत ने अपनी पारी में 3 छक्के और 8 चौके लगाए. मनजोत कालरा प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे, जबकि पूरे टूर्नामेंट में 124.00 की औसत से 372 रन बनाने वाले शुभमान गिल प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे.
भारत ने सेमीफाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 203 रनों से करारी मात देकर फाइनल में जगह बनाई थी. वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को 6 विकेट से हराकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा था.
2018 के टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले तक भारत और ऑस्ट्रेलिया ने तीन-तीन बार खिताब जीता था. भारत ने पहली बार खिताब मोहम्मद कैफ के नेतृत्व में 2000 में जीता. कैफ की टीम में युवराज सिंह, रितेंदर सिंह सोढ़ी, वेणुगोपाल राव जैसे खिलाड़ी थे.
2008 में विराट कोहली, जबकि 2012 में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व विजेता बनी थी. वहीं, 2018 के इस विश्व कप में भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रही. 2018 का विश्व कप जीतकर टीम इंडिया ने कोच राहुल द्रविड़ को यादगार तोहफा दिया था. हालांकि 2020 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत को बांग्लादेश के हाथों हार का सामना करना पड़ा.