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विराट के बाद अब दारोमदार धोनी और पुछल्ले बल्लेबाजों पर

दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी के खिलाफ विराट कोहली ने जिस तरह की बल्लेबाजी की उसे देखकर अब लग रहा है कि भारत पहले टेस्ट मैच में वन डे सीरीज की हार का बदला चुका सकता है. चौथे नंबर पर खेलते हुए विराट ने सेंचुरी लगाई और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की याद ताजा कर दी. उनके बड़े स्कोर से भारत एक सम्मानजनक स्थिति में खड़ा है और अगर कप्तान धोनी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कुल स्कोर 400 से ऊपर ले जाते हैं तो भारत दक्षिण अफ्रीकी टीम को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर सकता है.

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धोनी के साथ विराट की फाइल फोटो
धोनी के साथ विराट की फाइल फोटो

दक्षिण अफ्रीका की पेस बैटरी के खिलाफ विराट कोहली ने जिस तरह की बल्लेबाजी की उसे देखकर अब लग रहा है कि भारत पहले टेस्ट मैच में वन डे सीरीज की हार का बदला चुका सकता है. चौथे नंबर पर खेलते हुए विराट ने सेंचुरी लगाई और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की याद ताजा कर दी. उनके बड़े स्कोर से भारत एक सम्मानजनक स्थिति में खड़ा है और अगर कप्तान धोनी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कुल स्कोर 400 से ऊपर ले जाते हैं तो भारत दक्षिण अफ्रीकी टीम को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर सकता है.

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विराट कोहली जिस पोजीशन पर खेल रहे थे उसमें सावधानी के अलावा आक्रमण की जरूरत थी क्योंकि वहां पर खेलने वाले को अपना विकेट तो बचाना ही होता है, रन भी तेजी से बनाने होते हैं. लेकिन विराट ने सफलता से यह कठिन काम पूरा किया. उन्होंने विकेट भी संभाले रखा और रन भी बटोरे. सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने खेल को धीमा नहीं होने दिया. इससे दवाब दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों पर पड़ा. उन्होंने छह गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन रन गति को नहीं रोक पाए. अब कप्तान धोनी के पास रहाणे और अश्विन हैं जिनके साथ मिलकर अगर वह स्कोर 400 के पार ले जाते हैं तो हमारे गेंदबाजों के लिए बढ़िया मौका होगा कि वे हिसाब चुका दें.

भारतीय तेज गेंदबाज वन डे की अपेक्षा यहां अच्छा कर सकेंगे. पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने आज तक से बातचीत में उभरते हुए गेंदबाज मुहम्मद शमी पर बहुत विश्वास जताया है. उन्होंने दो टूक कहा कि शमी इस समय सबसे अच्छे गेंदबाज हैं और वे दक्षिण अफ्रीका की पिचों का खूब फायदा उठा सकते हैं. उनके पास पेस है, स्विंग है और सबसे बढ़कर समझदारी भी है. उन्होंने वन डे में भी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को खूब परेशान किया था और विकेटें भी ली थीं. उधर जहीर खान की टीम में वापसी से एक अनुभवी गेंदबाज की कमी पूरी हो गई है. वह वहां खेल चुके हैं और बल्लेबाजों की कमजोरियों को समझते हैं. अगर वो चल गए तो दक्षिण अफ्रीका को लेने के देने पड़ जाएंगे.

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वन डे में बेशक दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज बड़ा स्कोर करते रहे हों लेकिन टेस्ट में धुंआंधार बल्लेबाजी के लिए बहुत ज्यादा जगह नहीं होती. उनके सफल बल्लेबाजों की भी परीक्षा इस बार हो जाएगी. ध्यान रहे कि जहीर खान कप्तान ग्रीम स्मिथ के सबसे बड़े दुश्मन हैं और उन्हें चलने नहीं देते. उन्होंने इसके पहले उन्हें 13 बार आउट किया है. अगर इस बार भी ऐसा कुछ होता है तो दक्षिण अफ्रीका के लिए बहुत बड़ा स्कोर खड़ा करना मुश्किल होगा.

भारतीय स्पिनर वन डे में नहीं चले थे. अश्विन को सिर्फ एक विकेट मिला था लेकिन अगर भारत बड़ा स्कोर खड़ा करता है तो उन्हें गेंदबाजी के लिए काफी जगह मिल पाएगी और वह कई तरह के प्रयोग कर सकेंगे. उन्होंने वन डे से काफी कुछ सीखा है और जब तेज गेंदबाज पिच पर डेढ़ दिन गेंद फेंक चुके होंगे तो उनके लिए बॉल को टर्न करना आसान होगा. तेज पिच पर कई बार स्पिनर अच्छा प्रदर्शन कर जाते हैं.

अब मैच एकतरफा नहीं है और भारत के लिए विराट कोहली ने उम्मीदें जता दी हैं. देखना है कि धोनी और रहाणे इसे कितना आगे तक खींच कर ले जाते हैं.

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