पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को लगता है कि उनकी टीम को टीम इंडिया से सबक लेकर उसी की तरह पॉजिटिव क्रिकेट खेलनी चाहिए.
अफरीदी अभी लाहौर में नेशनल क्रिकेट अकैडमी में अभ्यास कर रहे हैं. इस पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि एक जमाना था जबकि पॉजिटिव क्रिकेट नहीं खेलने के लिए भारत का मजाक उड़ाया जाता था. उन्होंने कहा, ‘आज चीजें बदल गयी हैं. वर्तमान भारतीय टीम ने अपना रवैया बदल दिया है और वह आक्रामक रवैये के साथ पॉजिटिव क्रिकेट खेल रही है. भारतीयों ने असल में पॉजिटिव क्रिकेट खेलने का ऑस्ट्रेलियाई रवैया सीखा और उसे अपनाया. इसलिए उन्हें इस तरह की सफलताएं मिल रही हैं.’
अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तानी टीम को अगर अच्छे परिणाम हासिल करने हैं तो उसे भी भारत जैसा रवैया अपनाना होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं सकारात्मक प्रतियोगिता और पेशेवर ईर्ष्या में विश्वास रखता हूं. इसी तरह से कोई अपना खेल सुधार सकता है.’
पाकिस्तान हाल में समाप्त हुई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपने तीनों मैच गंवा बैठा था. टीम की लचर बल्लेबाजी की चारों तरफ आलोचना हो रही है. वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम में बदलाव की भी संभावना है.
पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी टीम से बाहर किए गए अफरीदी ने इसके साथ ही कहा कि उनका करियर अभी समाप्त नहीं हुआ है और वह वनडे और टी-20 में देश की तरफ से खेलना जारी रखना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान की तरफ से खेलना चाहता हूं और अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं. मेरा अब भी मानना है कि कई अन्य खिलाड़ियों की तुलना में मैं बेहतर खिलाड़ी हूं.’
अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तान में लोगों की याददाश्त कमजोर होती है और वे खिलाड़ी का योगदान भूल जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘वे केवल खराब सीरीज की बात करते हैं और भूल जाते हैं कि खिलाड़ी ने इससे पहले देश के लिये क्या किया था.’