पाकिस्तान 23 दिसंबर से तीन जनवरी तक तिरुवनंतपुरम में होने वाली दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ (सैफ) चैम्पियनशिप से हट गया है. अधिकारियों ने हालांकि कहा है कि यह फैसला भारत में खेलने को लेकर उनके खिलाड़ियों की सुरक्षा चिंता से नहीं जुड़ा है.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशाल दास ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान बिना कोई कारण दिए चैम्पियनशिप से हट गया है.
दास ने कहा, ‘हमें सूचित किया गया है कि पाकिस्तान सैफ चैम्पियनशिप से हट गया है. उन्होंने हटने का कोई कारण नहीं बताया है.’ पाकिस्तान ने हाल में किसी क्षेत्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है जिसमें सिलहट में हुई पहली सैफ अंडर 16 चैम्पियनशिप, नेपाल में हुई सैफ अंडर 19 चैम्पियनशिप और ढाका में इस साल हुई एएफसी अंडर 21 चैम्पियनशिप भी शामिल है. पीएफएफ के विवादास्पद चुनाव में हाई कोर्ट के फैसले के बाद यह फैसला किया गया है.
पाकिस्तान की मीडिया में आई खबरों के अनुसार अदालत के आदेश के बाद फुटबॉल महासंघ की सभी गतिविधियां निलंबित हैं.
यह पूछने पर कि क्या पाकिस्तान का यह कदम भारत में उसके खिलाड़ियों के खेलने पर सुरक्षा चिंता से जुड़ा है, दास ने कहा, ‘जहां तक मैं समझ सकता हूं यह पाकिस्तान में फुटबॉल संघ के कुछ अंदरुनी मुद्दों के कारण है.’ दास ने कहा कि सैफ चैम्पियनशिप का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा और पाकिस्तान के मैचों को विरोधी टीम के पक्ष में वाकओवर कर दिया जाएगा.
कार्यक्रम के अनुसार भारत और पाकिस्तान को ग्रुप ‘ए’ में नेपाल और श्रीलंका के साथ रखा गया है. ग्रुप ‘बी’ में मालदीव, बांग्लादेश, भूटान और गत चैम्पियन अफगानिस्तान को जगह मिली है.
दास ने कहा, ‘टूर्नामेंट के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा और यह 23 दिसंबर से शुरू होगा. भारत को पाकिस्तान के खिलाफ वाकओवर मिलेगा.’ अब तक हुई 10 प्रतियोगिताओं में भारत ने छह बार खिताब जीता है और तीन बार टीम उप विजेता रही. श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव और अफगानिस्तान ने यह प्रतियोगिता एक एक बार जीती है. नेपाल में हुए पिछले टूर्नामेंट में भारत फाइनल में अफगानिस्तान से 0-2 से हार गया था.