आईसीसी में बदलाव के लिए सशर्त तैयार होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन नजम सेठी ने अब यह उम्मीद जताई है कि भारत समेत टेस्ट खेलने वाले बाकी देश भी अब पाकिस्तान के साथ लगातार क्रिकेट खेलते रहेंगे. उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर सबकुछ सही रहा तो भारत-पाकिस्तान सीरीज की शुरुआत अगले साल हो जाएगी और यह सीरीज पाकिस्तान में खेली जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने उन्हें भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज के लिए लिखित आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, ‘हम चाहते थे कि भारत इसी साल हमारे साथ तीन टी20 मैच यूएई में खेले लेकिन उन्होंने (बीसीसीआई ने) बताया कि इस साल वो बहुत ज्यादा क्रिकेट खेल रहे हैं.’
सेठी ने बताया कि उन्होंने बीसीसीआई से आईपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटरों को भाग लेने की अनुमति देने को कहा था लेकिन अभी तक इस बारे में उनकी ओर से कोई वादा नहीं किया गया है.
नजम सेठी ने यह आशा व्यक्त की कि भारत में आम चुनाव के बाद जब नई सरकार आएगी तो हालात बदलेंगे. और शांति बहाली के लिए क्रिकेट कूटनीति से अच्छा कुछ भी नहीं है.
उनसे जब यह पूछा गया कि बिग थ्री के समर्थन के लिए क्या पीसीबी के भीतर से ही उनपर दबाव था तो उन्होंने सीधे-सीधे उसे नकार दिया. उन्होंने कहा कि हमारे पास कई कारण थे जिसकी वजह से हमने अपने स्टैंड में बदलाव किया. जब शुरू में हमने इसका विरोध किया तो नौ में से तीन सदस्य देश हमारे साथ थे और हमारे पास इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी आठ वोट नहीं होने की वजह से यह आगे नहीं बढ़ सका. हमारे वोट का केवल नैतिक आधार ही था. अलगाव विकास के लिए सही नहीं था. और इसलिए हमने सशर्त समर्थन देना मुनासिब समझा जो अभी भी हमारा स्टैंड है. यह इन तीनों देशों खास कर भारत के भविष्य के क्रिकेट दौरा कार्यक्रम पर निर्भर करेगा.
जब सेठी से यह पूछा गया कि हाल के दिनों में पाकिस्तानी टीम का प्रदर्शन लचर रहा है तो उन्होंने कहा हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे माकूल फॉर्मेट के अनुसार अपने घरेलू क्रिकेट के स्वरूप में बदलाव लाना होगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 2015 के वर्ल्ड कप से पहले सीनियर क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ बदले जाएंगे. इसकी घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी.