भारतीय क्रिकेटर यूसुफ और इरफान पठान ने गुरुवार को अपनी क्रिकेट अकादमी की शुरुआत की, जिसे ‘क्रिकेट अकादमी ऑफ पठान्स’ नाम दिया गया है. यह अकादमी अगले महीने के अंत से उनके घरेलू शहर बड़ौदा में काम करना शुरू कर देगी.
इन दोनों भाइयों ने कहा कि उनमें अब भी पांच से सात साल की क्रिकेट बची हुई है. इरफान ने पत्रकारों से कहा, ‘यह लंबे समय से हमारा विजन था और हम खेल को वापस कुछ देना चाहते हैं. हम कुछ अलग करना चाहते हैं. इस अकादमी के दो भाग होंगे. पहला कोर्स आठ-नौ सप्ताह का होगा, जिसके बाद कोई एडवांस कोर्स कर सकता है. हम उन स्कूलों में जाएंगे, जहां बुनियादी ढांचा है और वहां अपना काम करेंगे.’
उन्होंने कहा कि वह पहले ही कुछ स्कूलों की पहचान कर चुके हैं और और पिछले 6-7 महीनों से इसकी योजना बना रहे थे. उनकी योजना अगले साल के शुरू में तीन अन्य शहरों में अकादमी शुरू करने की है. उनका लक्ष्य अगले साल के आखिर तक देश भर में 50 अकादमी खोलने का है. उन्होंने भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल और कैमरून ट्रेडेल के साथ मुख्य मेंटर के रूप में करार किया है. चैपल अकादमी के कोच ट्रेनिंग देंगे.
कोचिंग कोर्स की फीस 10,000 से 15000 रुपये होगा और अकादमी को राज्य संघों से मान्यता दिलवाई जाएगी. यूसुफ ने कहा, ‘एक उदीयमान क्रिकेटर को जिस तरह का अभ्यास चाहिए, हम उसे वह मुहैया कराएंगे.’