टीम इंडिया और विराट कोहली के फैन्स की सबसे बड़ी चिंता दूर हो गई है. करीब सालभर से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे विराट के बल्ले से एक बार फिर रन बरसना शुरू हो गया है. विराट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में हाफसेंचुरी जड़कर फॉर्म में वापसी की और फिर धर्मशाला में धुआंधार सेंचुरी बनाकर टीम के सीरीज जीतने में अहम रोल निभाया. मैन ऑफ द मैच रहे कोहली का कहना है कि वह लोगों की उम्मीदों के बोझ के आदी होते जा रहे हैं.
दिल्ली वनडे में 62 रन बनाने वाले कोहली ने धर्मशाला में खेले गए सीरीज के चौथे मैच में 114 बॉल पर 127 रन बनाकर भारत का स्कोर छह विकेट पर 330 पहुंचाया जिसके दम पर टीम इंडिया ने 59 रनों से जीत दर्ज की. कोहली फॉर्म में वापसी से काफी खुश हैं. मैन ऑफ द मैच मिलने के बाद कोहली ने कहा, 'दिल्ली में पहला रन बनाकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने भारत के लिए पहला रन बनाया है. मैं पिछले चार-पांच साल में जिस तरह का क्रिकेट खेला हूं, मेरा मानना है कि लोग उम्मीद करते हैं कि मैं हर बार रन बनाऊं.'
विराट ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह अपने दिमाग को साफ रखने, सकारात्मक रहने, अपने हिसाब से समय लेने और नहीं हड़बड़ाने के बारे में है. मैं ऐसा इंसान हूं जिसके लिए मेंटल बैलेंस बहुत जरूरी है. मैं अगले दिन खुद को गेंदबाजों के खिलाफ खेलते हुए देखता हूं. मैं आत्मविश्वासी खिलाड़ी हूं और वह मेरे लिए फायदेमंद है.'
इनपुट: भाषा