ईडेन गार्डेन के क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी आखिरकार मान गए हैं. उन्होने क्यूरेटर के तौर पर काम जारी रखने का फैसला किया है.
दरअसल कोलकाता की पिच को लेकर किचकिच के बाद शनिवार सुबह उन्होंने छुट्टी पर जाने का फैसला लिया था लेकिन कोलकाता क्रिकेट के कुछ लोगों से बात करने के बाद उन्होने काम पर वापस आने का फैसला किया है.
मुखर्जी 1985 से इस स्टेडियम की पिच तैयार कर रहे हैं. उन्होंने शनिवार सुबह बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) को पत्र लिखकर चिकित्सा अवकाश मांगा. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह कभी लौटेंगे नहीं.
बीसीसीआई ने 83 साल के मुखर्जी को दरकिनार करके पूर्वी क्षेत्र पिच और मैदान समिति के प्रतिनिधि आशीष भौमिक को ईडन की पिच तैयार करने का जिम्मा सौंपा है. उसके 48 घंटे के भीतर मुखर्जी ने यह कदम उठाया. उन्होंने भौमिक की नियुक्ति के बारे में कहा कि यह मेरा अपमान है. उन्होंने कहा कि कैब अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने उन्हें धमकी दी है कि यदि उन्होंने पिच के बारे में बात की तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा.
समझा जाता है कि मुखर्जी के भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से मतभेद हैं. धोनी ने कोलकाता टेस्ट के लिए टर्निंग पिच मांगी थी जबकि मुखर्जी ने कहा था कि यह मांग बेतुकी है क्योंकि दो पिचें एक सी नहीं हो सकती.