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एथलीट प्रियंका पवार डोप टेस्ट में फेल, लगा 8 साल का प्रतिबंध

प्रियंका इससे पहले 2011 में भी डोप टेस्ट में असफल रही थीं. दो साल के प्रतिबंध के बाद वह 2013 में वापस आई थीं.

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 बाएं से प्रियंका पवार, मंदीप कौर, टिंटु लुका और पी राजू. (4×400 रिले गोल्ड)
बाएं से प्रियंका पवार, मंदीप कौर, टिंटु लुका और पी राजू. (4×400 रिले गोल्ड)

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एशियाई खेल-2014 में महिला रिले में गोल्ड मेडल जीतने वाली धावक प्रियंका पवार पर डोप टेस्ट में असफल होने के कारण 8 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्रियंका को हैदराबाद में इंटर-स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया था. यह चैंपियनशिप पिछले साल 28 जून से दो जुलाई के बीच खेली गई थी. तब से उन पर अस्थायी प्रतिबंध था.

प्रियंका को रियो ओलिंपिक-2106 में चार गुणा 400 मीटर रिले में चुना गया था, लेकिन बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. उनकी जगह अश्विनी अकुंजी को टीम में शामिल किया गया था. नाम न बताने की शर्त पर सूत्र ने कहा कि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अपना फैसला सुनाया है.

नाडा के नियम के अनुसार अगर खिलाड़ी दो बार डोपिंग में पकड़ा जाता है, तो उस पर आठ साल से लेकर अजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है. खिलाड़ी के राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पदक तत्काल प्रभाव से जब्त कर लिए जाते हैं.

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प्रियंका इससे पहले 2011 में भी डोप टेस्ट में असफल रही थीं. दो साल के प्रतिबंध के बाद वह 2013 में वापस आई थीं. उन्हें राष्ट्रीय शिविर में भी जगह मिली थी और इंचोन में खेले गए एशियाई खेलों में भी शामिल किया गया था.

 

 

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