सरकार ने बुधवार को कहा कि राजधानी में होने जा रहे राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के समुचित उपाय किए गए हैं. गृह राज्य मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राज्यसभा में बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान ऐसे उग्रवादी समूहों से सामान्य खतरा है जो उच्च स्तरीय कार्यक्रमों को निशाना बनाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि खेलों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ परामर्श कर सुरक्षा के विस्तृत उपाय किए हैं. उन्होंने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान सुरक्षा के समन्वय का कार्य गृह मंत्रालय में दो उच्च स्तरीय समितियों की अगुवाई में राष्ट्रमंडल खेल सुरक्षा समीक्षा समिति के माध्यम से किया जा रहा है.
इस संबंध में दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार, राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति, युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा अन्य संबंधित विभागों के साथ पाक्षिक और आवश्यकतानुसार जल्दी बैठकें आयोजित की जाती हैं. रामचंद्रन ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रमंडल खेल, 2010 के लिए एकीकृत सुरक्षा प्रणाली संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. मंत्रिमंडल ने व्यय वित्त समिति की सिफारिश पर 370 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रस्ताव स्वीकृत किया.
उन्होंने बताया कि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों का एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संपर्क समूह बनाया गया है जो खेलों से पहले और उसके दौरान भाग लेने वाले सभी देशों के सुरक्षा प्रतिनिधियों के साथ संपर्क रखेगा और उनकी सुरक्षा संबंधी चिंताओं का निराकरण करेगा.
रामचंद्रन ने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के लिए दिल्ली पुलिस के जवानों को पंचकुला स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेस मैनेजमेंट एंड रिसर्च, दिल्ली स्थित एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रेनिंग एंड डवलपमेंट फॉर पुलिस एंड सिक्योरिटी पर्सोनेल तथा दिल्ली के ही आईएलएंड एफएस एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी सर्विस लिमिटेड ने विशेष प्रशिक्षण दिया है. वर्ष 2007 से अब तक 42,648 पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है.