सौराष्ट्र के मध्यक्रम बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को अपना एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में आगाज करने के लिये थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इसके संकेत दिये.
पुजारा ने रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल मैच में अपने कैरियर का दूसरा तिहरा शतक जड़ा.
धोनी ने एससीए स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ पहले एक दिवसीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘उसके (पुजारा) वनडे आगाज की संभावना बहुत कम है क्योंकि हमें बल्लेबाजी लाइन अप के सारे स्थानों को देखना होगा कि वह किस स्थान के लिये आदर्श है और इसी तरह की अन्य चीजें देखनी होंगी. अभी तक इसकी संभावना काफी कम लगती है.’
उन्होंने कहा, ‘देखते हैं कि कल क्या होता है. अगर कोई अनफिट होता है तो हम देखेंगे.’ पुजारा ने सुबह कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल मैच में कर्नाटक के खिलाफ 352 रन की पारी खेली. वह भारत के लिये नौ टेस्ट खेल चुके हैं और अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में तीन शतक और एक अर्धशतक जमा चुके हैं.
इस 24 वर्षीय क्रिकेटर को वीरेंद्र सहवाग की जगह पहली बार वनडे टीम में शामिल किया गया है.
भारतीय टीम के साथ अभ्यास करने के बजाय पुजारा ने टीम प्रबंधन से अनुमति लेकर रणजी ट्राफी मैच में खेलना जारी रखा.
धोनी ने कहा, ‘अभी तक सभी फिट हैं. मैं नहीं जानता कि रात तक इसमें कुछ बदलाव हो जाये लेकिन अभी तक सभी फिट हैं.’
धोनी ने स्वीकार किया कि पिछले कुछ समय में भारतीय टीम को बड़ी सलामी भागीदारी की कमी से नुकसान हुआ है. सहवाग और गौतम गंभीर बड़ी सलामी भागीदारियां देने में जूझ रहे हैं. धोनी ने कहा, ‘आंकड़े बयां करते हैं कि पिछले कुछ समय से हमें सलामी साझेदारी के रूप में अच्छी शुरुआत नहीं मिली है. हां, सलामी बल्लेबाज कभी कभार रन बना रहे हैं लेकिन हम उनके बीच में अच्छी साझेदारी नहीं देख पा रहे हैं. दोनों में से एक आउट हो जाता हैं. हमें इस श्रृंखला में अच्छी शुरुआत की उम्मीद है.’ उन्होंने कहा, ‘जिंक्स (अंजिक्या रहाणे) नया सलामी बल्लेबाज है. उसने अच्छा प्रदर्शन किया है.’ धोनी हालांकि श्रृंखलाओं में मिली हार से खुद की और टीम की आलोचना से परेशान नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘आलोचनायें हमारे लिये नई नहीं हैं. बतौर भारतीय क्रिकेटर, आप जानते हैं कि आपको अच्छा प्रदर्शन करना होता है. जिस क्षण हम बतौर खिलाड़ी या टीम के तौर पर अच्छा नहीं करते, तो आप जानते ही हो कि आपको काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.’
धोनी ने कहा, ‘लेकिन जब आप अच्छा करते हो तो भी ऐसा ही होता है, तब आपको काफी प्रशंसा मिलती है. मैंने हमेशा ही कहा है कि बतौर टीम अच्छे क्षेत्र में होना काफी अहम है क्योकि अगर आप इस अच्छे क्षेत्र में हो तो आपके पास सफल होने और प्रदर्शन करने के ज्यादा मौके होंगे.’
कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने खेल के एक या अधिक प्रायपों में कप्तानी छोड़ने का सुझाव दिया था, धोनी ने कहा, ‘हमें इतंजार कर देखना होगा. अभी महत्वपूर्ण श्रृंखला से पहले यह मेरे दिमाग में नहीं है. हम इसके बारे में अभी नहीं सोच सकते. इंतजार करते हैं और देखते हैं.’
धोनी ने स्वीकार किया कि कम समय में एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में खेलना काफी मुश्किल चीज है, लेकिन इस बात से खुश थे कि टीम पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के बाद पांच मैचों की वनडे श्रृंखला खेल रही है.
उन्होंने कहा, ‘एक प्रारूप से दूसरे में (बड़े प्रारूप से छोटे में) खेलना थोड़ा कठिन होता है. टी20 में खेलना बिलकुल अलग चुनौती होती है. लेकिन शीर्ष स्तर पर, बतौर खिलाड़ी आपसे इन चुनौतियों का डटकर सामना करने की उम्मीद की जाती है.’