अपने नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की गैरमौजूदगी में पुणे ने एमए चिदम्बरम स्टेडियम में एक मनोबल बढ़ाने वाली जीत हासिल की. उसने अपने हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर दो बार की चैम्पियन चेन्नई को 24 रनों से हराया.
चेन्नई में पुणे की यह अब तक की पहली जीत है. पुणे के लिए बल्लेबाजी के दौरान एरॉन फिंच (67) और मैन ऑफ द मैच स्टीवन स्मिथ (नाबाद 39) ने शानदार पारियां खेलीं और फिर भुवनेश्वर कुमार (12/2) के नेतृत्व में गेंदबाजों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को इस संस्करण में दूसरी जीत दिलाई. पुणे की यह पांच मैचों में दूसरी जीत है जबकि चेन्नई को चार मैचो में दूसरी हार मिली है.
पुणे ने लगातार दो मुकाबले हारने के बाद पुणे में राजस्थान को परास्त किया था. दूसरी ओर, चेन्नई को अपने पहले ही मैच में मुंबई से हार मिली थी लेकिन उसके बाद उसने लगातार दो मैच जीते थे.
बहरहाल, पुणे द्वारा दिए गए 160 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही चेन्नई 20 ओवरों में आठ विकेट पर 135 रन ही बना सकी. पुणे की ओर से भुवनेश्वर की ओर से मिशेल मार्श और अशोक डिंडा ने दो-दो विकेट लिए जबकि राहुल शर्मा और अभिषेक नायर को एक-एक सफलता मिली.
चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही थी. माइकल हसी के स्थान पर अंतिम एकादश में जगह पाने वाले श्रीकांत अनिरुद्ध (0) पारी की दूसरी गेंद पर भुवनेश्वर द्वारा पगबाधा आउट कर दिए गए. इसके बाद मुरली विजय (24) और सुरेश रैना (8) ने स्कोर को 23 रनों तक पहुंचाया लेकिन भुवनेश्वर ने रैना को पवेलियन की राह दिखाकर इस जोड़ी को तोड़ दिया.
रैना ने 10 गेंदों पर एक चौका लगाया. मुरली अच्छी लय में दिख रहे थे. ऐसा लग रहा था कि वह पिछले मैच की नाकामी को धोकर एक बार फिर अच्छी पारी खेलेंगे लेकिन अभिषेक नायर ने 40 रनों के कुल योग पर उन्हें कप्तान रॉस टेलर के हाथों कैच करा दिया. मुरली ने 22 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया.
रैना के आउट होने के बाद एस. बद्रीनाथ (34) और रवींद्र जडेजा (27) ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 46 रनों की साझेदारी की. बद्रीनाथ 26 गेंदों पर चार चौके लगाने के बाद मिशेल मार्श की गेंद पर डेनियल स्मिथ के हाथों कैच आउट हुए. उस समय कुल योग 86 रन था.
इसके बाद विकेट पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आए. कुल योग में अभी 12 रन ही जुड़े थे कि जडेजा मार्श की गेंद पर अशोक डिंडा द्वारा लपके गए. जडेजा ने 22 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया.
ड्वेन ब्रावो (1) का विकेट जल्दी गिरने से चेन्नई पर दबाव बढ़ गया. ब्रावो को राहुल शर्मा ने अपनी गेंद पर स्मिथ के हाथों कैच कराया. यह विकेट 104 रनों के कुल योग पर गिरा.
बढ़ते रन रेट के दबाव में धोनी (10) भी ज्यादा देर विकेट पर टिक नहीं सके और 115 रन के कुल योग पर डिंडा की गेंद पर स्मिथ को कैच थमा बैठे. धोनी ने 13 गेंदों का सामना किया.
कप्तान की तरह एल्बी मोर्कल (13) भी दबाव नहीं झेल सके और 124 रनों के कुल योग पर अपना विकेट लुटाकर पवेलियन लौटे. मोर्कल को डिंडा ने एरॉन फिंच के हाथों सीमा रेखा पर कैच कराया, यह एक उम्दा कैच था.
रविचंद्रन अश्विन पांच गेंदों पर दो चौकों की मदद से 11 रन तथा क्रिस मौरिस पांच रन बनाकर नाबाद लौटे. पुणे के लिए पहला मैच खेल रहे स्मिथ ने इस मैच में तीन कैच लपके. इससे पहले फिंच के तूफानी अर्धशतक और स्मिथ की नायाब पारी की बदौलत पुणे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में पांच विकेट पर 159 रन बनाए.
लीग के इस संस्करण में दूसरा अर्धशतक लगाने वाले फिंच और रोबिन उथप्पा (26) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 96 रनों की साझेदारी की. राजस्थान के खिलाफ अर्धशतक लगाकर अपनी टीम की जीत का खाता खोलने वाले फिंच ने 45 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और दो छक्के लगाए.
फिंच का विकेट 96 रनों के कुल योग पर गिरा. उन्हें रवींद्र जडेजा ने धोनी के हाथों स्टम्प कराया. इसके बाद 101 रनों के कुल योग पर उथप्पा भी पवेलियन लौट गए. उथप्पा ने 33 गेंदों पर दो चौके लगाए.
मौरिस की गेंद पर उथप्पा की विदाई के बाद कप्तान रॉस टेलर (8) सस्ते में पवेलियन लौट गए. टेलर को मौरिस ने जडेजा के हाथों कैच कराया। टेलर ने 13 गेंदों का सामना किया.
अंतिम ओवरों में स्मिथ ने मिशेल मार्श (2) के साथ खुलकर रन बटोरने की मुहिम शुरू की लेकिन मार्श को ड्वेन ब्रावो ने 128 रनों के कुल योग पर पवेलियन की राह दिखाई.
मार्श का काम हालांकि मनीष पांडेय (9) ने स्मिथ के साथ मिलकर किया और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 16 गेंदों पर 31 रन जोड़े. स्मिथ 16 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्के लगाकर नाबाद लौटे.
मनीष ने आठ गेंदों पर एक चौका लगाया लेकिन स्मिथ के साथ उनकी साझेदारी उपयोगी रही. मनीष को ब्रावो ने बोल्ड किया. मेजबान टीम की ओर से मौरिस और ब्रावो ने दो-दो विकेट लिए जबकि जडेजा को एक सफलता मिली.