हरमीत सिंह की धारदार गेंदबाजी के बाद डेविड मिलर की संघषर्पूर्ण पारी से पंजाब ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए दिल्ली को पांच विकेट से हरा दिया जो टी-20 लीग 6 में दिल्ली की टीम की सातवीं हार है.
पंजाब ने हरमीत सिंह (24 रन पर तीन विकेट) की सटीक गेंदबाजी से दिल्ली को सात विकेट पर 120 रन के मामूली स्कोर पर रोकने के बाद मिलर (39 गेंद में नाबाद 34, तीन चौके) की पारी की मदद से 17 ओवर में पांच विकेट पर 121 रन बनाकर मैच जीत लिया. मिलर ने एक छोर संभाले रखा और डेविड हसी (20) के साथ पांचवें विकेट के लिए 40 रन जोड़कर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई.
इस जीत के बाद पंजाब की टीम के सात मैचों में चार जीत से आठ अंक हो गए हैं जबकि आठ मैचों में सातवीं हार के बाद दिल्ली का नॉकआउट का सफर और मुश्किल हो गया है. टीम के एक जीत से सिर्फ दो अंक हैं. लक्ष्य का पीछा करने उतरे पंजाब के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट फिर नाकाम रहे. इरफान पठान की पहली गेंद पर चौका जड़ने के बाद वह इसी ओवर में योहान बोथा को कैच देकर पवेलियन लौट गए. वह सिर्फ छह रन बना पाए.
मनदीप और ल्यूक पोमरबैश (18) ने सिर्फ 4.1 ओवर में 44 रन की साझेदारी की. मनदीप ने आशीष नेहरा पर लगातार तीन चौके मारे. मनदीप और पोमरबैश ने अगले ओवर में पठान की गेंद को दो.दो बार बाउंड्री के दर्शन बनाए. रीलोफ वान डेर मर्व ने पांचवें ओवर में पोमरबैश को बोल्ड किया. मनदीप भी अगली गेंद में गैरजरूरी रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए. उन्होंने 15 गेंद में पांच चौकों की मदद से 24 रन बनाए. दो गेंद में दो विकेट हासिल करने से दिल्ली के गेंदबाजों को हावी होने का मौका मिला.
मिलर और मनन वोहरा (08) ने सतर्कता से बल्लेबाजी की. इस बीच 20 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी. वोहरा ने बोथा पर चौका जड़कर तेवर दिखाने की कोशिश की लेकिन अगली ही गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में हवा में लहरा गए और गेंदबाज ने इसे लपकने में कोई गलती नहीं की. पंजाब की टीम को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए सिर्फ 44 रन की दरकार थी.
मिलर और डेविड हसी ने ऐसे में सबसे पहले दिल्ली के गेंदबाजों के शिकंजे को ढीला किया. हसी ने वान डेर मर्व जबकि मिलर ने बोथा पर चौका मारा. मिलर और हसी ने स्ट्राइक रोटेट करते हुए टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया. वान डेर मर्व ने पारी का 15वां ओवर मेडन फेंका लेकिन इसके बावजूद टीम को अंतिम ओवर में सिर्फ 20 रन चाहिए थे.
हसी ने ऐसे में नेहरा पर सीधा छक्का जड़कर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया लेकिन अगली गेंद पर पवेलियन लौट गए. उन्होंने 21 गेंद का सामना करते हुए एक छक्का और एक चौका मारा. मिलर ने इसके बाद पीयूष चावला (नाबाद 05) के साथ मिलकर टीम को जीत दिला दी. इससे पहले दिल्ली ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और उसकी ओर से डेविड वार्नर (40) और वीरेंद्र सहवाग (23) ही टिककर खेल पाए.
टीम की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी वार्नर और मनप्रीत जुनेजा (14) के बीच चौथे विकेट के लिए 39 रन की रही. पंजाब की टीम की ओर से प्रवीण कुमार ने 29 रन पर दो विकेट हासिल किए. डेविड हसी ने किफायती गेंदबाजी की और चार ओवर में सिर्फ 14 रन खर्च किए जबकि परविंदर अवाना ने 21 रन देकर एक विकेट चटकाया.
दिल्ली की शुरुआत खराब रही और उसने पहले ओवर में ही कप्तान जयवर्धने (04) का विकेट गंवा दिया जो प्रवीण की बाहर की ओर स्विंग होती गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में स्लिप में हसी को आसान कैच थमा बैठे. दिल्ली ने आलराउंडर वान डेर मर्व (08) को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर उतारने का जुआ खेला जो सफल नहीं रहा.
वान डेर मर्व अवाना की ऑफ साइड से बाहर की गेंद को पुल करने की कोशिश में हवा में लहरा गए और मनदीप ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की. पिछले मैच में नाबाद 95 रन की पारी खेलने वाले सहवाग ने इसके बाद मोर्चा संभाला. सहवाग ने हरमीत की लगातार गेंद पर चौका और छक्का मारा.
सहवाग हालांकि जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब हरमीत की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में हवा में खेल गए और मनदीप ने एक्सट्रा कवर पर गोता लगाते हुए शानदार कैच लपका. सहवाग ने 21 गेंद में दो चौके और एक छक्के की मदद से 23 रन बनाए. वार्नर और मनप्रीत जुनेजा (14) ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया लेकिन दोनों ने धीमी बल्लेबाजी की जिससे 24 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी.
वार्नर ने 11वें ओवर में चावला पर डीप मिडविकेट के उपर से छक्का और फिर चौका जड़कर बाउंड्री के सूखे को खत्म किया. मनप्रीत लय में आने के लिए जूझ रहे थे. रन गति बढ़ाने की कोशिश में मनप्रीत ने हरमीत की शार्ट गेंद को फाइन लेग पर अवाना के हाथों में खेल दिया. हरमीत ने इसी ओवर में केदार जाधव (00) को भी पवेलियन भेजकर दिल्ली को पांचवां झटका दिया.
भट ने इसके बाद योहान बोथा (01) को डेविड मिलर के हाथों कैच कराया. वार्नर ने प्रवीण पर चौके के साथ 17.1 ओवर में दिल्ली के रनों का सैकड़ा पूरा किया लेकिन इस तेज गेंदबाज ने अगली गेंद पर ही उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया. वार्नर ने 36 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा. इरफान पठान 14 जबकि अजित अगरकर नौ रन बनाकर नाबाद रहे. दिल्ली की टीम ने अंतिम ओवरों में धीमी बल्लेबाजी की और सात ओवर में सिर्फ 38 रन जोड़े.