scorecardresearch
 

टेस्ट क्रिकेट में आर अश्विन बन सकते हैं भारत के लिए 'बेस्ट' ऑलराउंडर

आर अश्विन फिरकी के जादू से हम सबको पहले ही अपना कायल बना चुके हैं, लेकिन जिस तरह से कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डेंस मैदान पर उनका बल्ला चला, हर क्रिकेट फैन के मन में एक आस जग गई है. टीम इंडिया की एक ऐसी तलाश पूरी होती दिखाई दे रही है जिसकी शिद्दत से दरकार थी.

Advertisement
X
आर अश्विन
आर अश्विन

आर अश्विन 'फिरकी' के जादू से हम सबको पहले ही अपना कायल बना चुके हैं, लेकिन जिस तरह से कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डेंस पर उनका बल्ला चला, हर क्रिकेट फैन के मन में एक आस जाग गई. आस एक ऑलराउंडर की जिसकी शिद्दत से दरकार थी टीम इंडिया को और अब पूरी होती दिखाई दे रही है.

Advertisement

लंबे समय से एक अच्छे ऑलराउंडर की तलाश
हालांकि आस तो पहले भी जग चुकी है कभी हरभजन सिंह से तो कभी युवराज सिंह से. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में भारत को लंबे समय तक के लिए एक अच्छा ऑलराउंडर नहीं मिल सका. अब अश्विन इस रोल में फिट बैठते दिखाई तो दे रहे हैं, लेकिन ये देखने वाली बात होगी कि क्या उनकी बल्लेबाजी का जादू आगे भी देखने को मिलेगा या ये भी बस एक 'आस' बनकर ही रह जाएंगे.

ईडन गार्डेंस में चला अश्विन का बल्ला
कोलकाता में अश्विन जब खेलने उतरे थे तो टीम इंडिया 156 रनों तक 6 विकेट गंवा कर संकट में नजर आ रही थी. रोहित शर्मा के साथ मिलकर अश्विन ने जैसी बल्लेबाजी की वो तकनीक दृष्टि से भी बहुत सूझ-बूझ भरी दिखी. ऐसा नहीं था कि अश्विन बस विकेट बचाने के लिए खेल रहे थे, इस दौरान उन्होंने बल्लेबाजी का खूब लुत्फ भी उठाया. 11 शानदार चौके भी जड़े और खास बात ये रही कि चौके तुक्के वाले नहीं बल्कि तकनीक का इस्तेमाल करके जमाए गए थे. 124 रनों की लाजवाब पारी से इतनी उम्मीदें बंधना तो लाजमी है क्योंकि ये पहला मौका नहीं है जब अश्विन ने सेंचुरी जमाई और भारत को संकट से उबारा.

Advertisement

सेंचुरी जमाकर रच डाला 'इतिहास'
सेंचुरी के साथ ही अश्विन ने इतिहास रचा. अश्विन दुनिया के ऐसे पहले क्रिकेटर बने, जिन्होंने 17 टेस्ट मैचों में दो सेंचुरी और 90 से अधिक विकेट लेने का कारनामा किया है. अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक 94 विकेट लिए हैं और उनके पास भारत की ओर से सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने का भी मौका है. फिलहाल यह रिकॉर्ड प्रसन्ना के नाम है जिन्होंने 20 टेस्ट मैचों में यह कारनामा किया था.

Advertisement
Advertisement