अजिंक्य रहाणे और कप्तान राहुल द्रविड़ के लगातार दूसरे अर्धशतक और दोनों के बीच शतकीय साझेदारी से राजस्थान ने दिल्ली को नौ विकेट से रौंदकर टी-20 लीग 6 में सवाई मानसिंह स्टेडियम में लगातार सातवीं जीत दर्ज करते हुए नाकआउट की ओर मजबूत कदम बढ़ाए.
रहाणे (नाबाद 63) और द्रविड़ (53) के बीच पहले विकेट की 108 रन की साझेदारी की मदद से राजस्थान ने 13 गेंद शेष रहते एक विकेट पर 155 रन बनाकर मैच जीत लिया. रहाणे ने शेन वाटसन (14 गेंद में नाबाद 28) के साथ दूसरे विकेट के लिए भी 4.1 ओवर में 47 रन की अटूट साझेदारी की. रहाणे ने 45 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा जबकि द्रविड़ की 48 गेंद की पारी में सात चौके शामिल रहे.
दिल्ली ने बेन रोहरर (नाबाद 64) के नाबाद अर्धशतक की मदद से चार विकेट पर 154 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था. राजस्थान की टीम 12 मैचों में आठ जीत से 16 अंक जुटाकर दूसरे स्थान पर पहुंच गई है जबकि इतने ही मैचों में नौवीं हार झेलने वाली दिल्ली छह अंक के साथ आठवें स्थान पर हैं. राजस्थान को द्रविड़ और रहाणे ने जोरदार शुरुआत दिलाई. दोनों ने सतर्क शुरुआत की लेकिन बाद में कुछ आकषर्क शाट खेले.
द्रविड़ ने सिद्धार्थ कौल का पारी का पहला ओवर मेडन खेलने के बाद उनके अगले ओवर में दो चौके मारे. रहाणे चार रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब मोर्ने मोर्कल की गेंद पर पवन नेगी ने उनका कैच छोड़ दिया. रहाणे ने अजित अगरकर का स्वागत चौके के साथ किया जबकि द्रविड़ ने भी इसी ओवर में दो चौके जड़कर छह ओवर में टीम का स्कोर 49 रन तक पहुंचाया. द्रविड़ अर्धशतक पूरा करने के बाद कौल की गेंद को लांग आन पर अगरकर के हाथों में खेलकर पवेलियन लौट गए.
रहाणे ने भी इसके बाद उमेश यादव की गेंद पर एक रन के साथ 37 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. राजस्थान को अंतिम छह ओवर में जीत के लिए 42 रन की दरकार थी. रहाणे और वाटसन की मौजूदगी में टीम को यह लक्ष्य हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई. इससे पहले रोहरर ने 40 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 64 रन की पारी खेलकर दिल्ली को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया.
उन्होंने केदार जाधव (21 गेंद में नाबाद 23) के साथ पांचवें विकेट के लिए आठ ओवर में 76 रन की अटूट साझेदारी भी की. कप्तान महेला जयवर्धने ने भी 34 रन का योगदान दिया. दिल्ली का स्कोर 16 ओवर में चार विकेट पर 104 रन था लेकिन रोहरर और जाधव ने अंतिम चार ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 50 रन बटोरे. दिल्ली की शुरुआत खराब रही और टीम ने 22 रन तक ही सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (11) और मुरलीधरन गौतम (02) के विकेट गंवा दिए.
सहवाग ने जेम्स फाकनर पर दो चौके मारे लेकिन इसी तेज गेंदबाज की धीमी गेंद पर चूककर बोल्ड हो गए. टी-20 लीग में पदार्पण कर रहे गौतम वाटसन की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेटकीपर संजू सैमसन को कैच दे बैठे. जयवर्धने और डेविड वार्नर (13) ने तीसरे विकेट के लिए 25 रन जोड़े. दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें ओवर में शान टैट पर दो-दो चौके जड़कर 17 रन जुटाए.
वार्नर हालांकि लय में नहीं दिख रहे थे और स्टुअर्ट बिन्नी की शार्ट पिच गेंद पर शार्ट कवर पर सचिन बेबी को आसान कैच देकर पवेलियन लौट गए. जयवर्धने ने एक छोर संभाले रखा और रोहरर के साथ मिलकर 10 ओवर में टीम का स्कोर तीन विकेट पर 55 रन तक पहुंचाया. जयवर्धने ने टी20 में पदार्पण कर रहे 41 वर्षीय लेग स्पिनर प्रवीण तांबे पर चौका जड़ने के बाद सिद्धार्थ त्रिवेदी पर मिड आफ पर छक्का भी मारा.
त्रिवेदी ने हालांकि दिल्ली के कप्तान को मिडविकेट पर कप्तान द्रविड़ के हाथों कैच कराकर बदला चुकता कर लिया. उन्होंने 31 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का मारा. रोहरर ने भी तांबे पर तीन चौके मारे. केदार जाधव ने वाटसन पर चौका जड़कर 15वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. दोनों बल्लेबाजों ने अंतिम चार ओवर में कुछ अच्छे शाट खेले.
रोहरर ने टैट और वाटसन के ओवर में दो.दो चौके मारे और 36 गेंद में टी-20 लीग का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने अंतिम ओवर में फाकनर की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़कर 14 रन बटोरे. राजस्थान की तरफ से बिन्नी ने दो ओवर में तीन रन देकर एक विकेट चटकाया जबकि त्रिवेदी ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 21 रन देकर एक विकेट हासिल किया. वाटसन और फाकनर के खाते में भी एक एक विकेट आया.