टेस्ट और वनडे क्रिकेट में दस हजार से ज्यादा रन बनाने वाले और दोनों ही प्रारूपों को अलविदा कह चुके मिस्टर भरोसेमंद के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया कि आईपीएल-6 में शनिवार को दिल्ली के खिलाफ बल्लेबाजी से पहले वो थोड़ा नर्वस थे.
राजस्थान के कप्तान द्रविड़ ने दिल्ली के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेली और उनकी टीम ने दिल्ली को पांच रन से हराकर आईपीएल में शानदार आगाज किया.
पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले द्रविड़ ने मैच के कहा, ‘मैं दस महीने बाद खेल रहा था, इसलिए थोड़ा नर्वस था. मैंने अच्छी पारी खेली. ये उन दिनों में से एक दिन था जब भाग्य मेरे साथ था. निश्चित तौर पर इससे आगे के मैचों के लिये मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा.’
द्रविड़ ने खुशी जतायी कि उनके खिलाड़ियों ने इस करीबी मैच में आखिर तक हार नहीं मानी. उन्होंने कहा, ‘हम पिछले साल यहां करीबी अंतर से हार गये थे. दिल्ली को दिल्ली में हराना आसान नहीं है लेकिन यही टी-20 है. इसमें जब भी कोई विकेट गिरता तो मैच का पासा पलट सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘ब्रैड हॉज का वार्नर को रन आउट करना महत्वपूर्ण रहा. उससे मैच का पासा पलट गया. उन्हें आखिरी ओवरों में नौ रन प्रति ओवर की दर से रन बनाने थे लेकिन हमारे खिलाड़ी फाइट करते रहे और आखिर में उन्हें सफलता मिली.’
द्रविड़ ने हालांकि कहा कि अगर उनकी टीम को आगे के मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना है तो उसे खेल के तीनों विभागों में सुधार करना होगा. उन्होंने कहा, ‘हमें लगभग हर विभाग में सुधार करना होगा. अजिंक्य रहाणे ने अच्छा कैच किया और ब्रैड हॉज ने रन आउट करके मैच का पासा पलटा लेकिन हमने दो कैच भी छोड़े.’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा हम आखिरी दो ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाये थे. हमें बड़ा स्कोर बनाना चाहिए था. गेंदबाजी में हम बीच के ओवरों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये.’
क्षेत्ररक्षण करते समय द्रविड़ के पांव की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया जिसके कारण वह आगे मैदान पर नहीं उतरे. उन्होंने कहा, ‘यह निराशाजनक है कि मैं खिलाड़ियों के साथ मैदान पर नहीं रहा लेकिन मुझे खुशी है कि आखिर में हम जीत दर्ज करने में सफल रहे. यह केवल ऐंठन है जो जल्द ही ठीक हो जाएगी.’
द्रविड़ ने युवा तेज गेंदबाज राहुल शुक्ला और केवोन कूपर की तारीफ की जिन्होंने आखिरी दो ओवर किये. उन्होंने कहा, ‘उन्नीसवां ओवर काफी अहम था जिसे राहुल ने किया. इसके बाद कूपर ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की क्योंकि बोथा, रसेल और पठान तीनों लंबे शॉट खेलने वाले बल्लेबाज हैं और उन पर अंकुश लगाना आसान नहीं है.’