राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर दिल्ली पुलिस ने रामलीला मेलों के आयोजकों से इसे पुनर्निर्धारित करने को कहा है.
पुलिस आयुक्त वाईएस डडवाल ने आज कहा कि पुलिस ने रामलीला को स्थगित करने को नहीं बल्कि इसे दोबारा निर्घारित करने को कहा है. अक्टूबर में रामलीला महोत्सव मनाया जाता है और इस बार राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन भी इसी दौरान किया जा रहा है.
डडवाल ने कहा कि रामलीला का धार्मिक महत्व है और दिल्ली पुलिस ने कभी भी इसे स्थगित करने को नहीं कहा बल्कि दिल्ली पुलिस आयोजकों को हरसंभव सहायता करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हमने केवल रामलीला से जुड़े मेलों को पुनर्निर्धारित करने को कहा है. मेलों का कोई धार्मिक महत्व नहीं है और वे तीन चार दिन बाद आयोजित किए जा सकते हैं.’’
डडवाल ने उन खबरों का भी खंडन किया जिसमें कहा गया था कि दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए 25,000 पासों के फरमाइश की थी. डडवाल ने कहा, ‘‘हमने एक भी पास नहीं मांगा. हमने मान्यता देने की मांग की थी और मीडिया में आई रिपोटरें से वह संख्या कम थी. 75 फीसदी सुरक्षाकर्मी स्टेडियमों के बाहर खड़े होंगे और उन्हें खेलों के दौरान वक्त भी नहीं होगा.’’