भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में खेले जा रहे 7 मैचों की वनडे सीरीज के चौथे मैच में बारिश विलेन बन गई और मैच को अंतत: रद्द करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के सामने जीत के लिए 296 रनों का लक्ष्य रखा था. जवाब में टीम इंडिया ने 4.1 ओवर में 27 रन बनाए थे कि तभी बारिश की वजह से मैच रोकना पड़ा.
हल्की बूंदाबांदी से मैच शाम छह बजकर 18 मिनट पर रुका जो बाद में तेज हो गयी जिससे दोनों टीमें निराश हो गयीं. एक घंटे बाद बारिश रुकने से थोड़ी उम्मीद बंधी थी, मैदानकर्मियों और सुपर सोपर ने काम शुरू कर दिया था. एक घंटे से ज्यादा समय तक मैदानकर्मियों द्वारा मैदान सुखाने का काम जारी रहा लेकिन दो मैदानी अंपायरों ने साढ़े आठ बजे मैदान का मुआयना करके यह फैसला किया. अंपायरों ने पाया कि मैदान मैच कराने के लिये ठीक नहीं था क्योंकि काफी पानी भरा था, जिससे मैच रद्द कर दिया गया. रद्द मैच के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम की सात मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बरकरार है. पांचवां वनडे शनिवार को कटक में बाराबती स्टेडियम में खेला जायेगा.
शिखर धवन (नाबाद 14) के तीन चौके और रोहित शर्मा (नाबाद 09) के एक चौके से भारत ने सकारात्मक रूप से इस लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया था. लेकिन बारिश आ गयी. ऑस्ट्रेलियाई पारी में भी 30 मिनट के लिये बाधा हुई थी, तब मेहमान टीम ने 7.2 ओवर में दो विकेट खोकर 28 रन बना लिये थे.
इससे पहले कप्तान जार्ज बेली (98) और ग्लेन मैक्सवेल (92) के बीच पांचवें विकेट की रिकार्ड 153 रन की साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया ने लचर शुरुआत से उबरकर आठ विकेट पर 295 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया. बेली और मैक्सवेल भले ही शतक से चूक गये, लेकिन दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को मुश्किल से उबारा जिसने एक समय 71 रन पर चार विकेट खो दिये थे. इन दोनों ने भारत के खिलाफ पांचवें विकेट के लिये ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वश्रेष्ठ साझेदारी निभाकर टीम को पांच विकेट पर 224 रन तक पहुंचाया.
भारत ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को बल्लेबाजी का न्यौता दिया जिसके बाद भुवनेश्वर कुमार की जगह उतारे गये मोहम्मद शमी (आठ ओवर में 42 रन देकर तीन विकेट) ने ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम को तहस नहस कर दिया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारतीय फील्डरों से बहुत फायदा मिला, जिन्होंने कम से कम छह कैच छोड़े और मैदानी क्षेत्ररक्षण भी लचर रहा. बेली का कैच दो बार (शून्य और 35 रन पर) छूटा जबकि मैक्सवेल को भी दो मौकों (44 और 69 रन पर) पर जीवनदान मिला.
इतना ही काफी नहीं था कि मिशेल जानसन (25) जब 15 रन पर थे, उनका कैच सुरेश रैना ने छोड़ दिया जबकि पारी की अंतिम गेंद पर धवन ने जेम्स फाकनर का कैच लपकने का मौका गंवाया. शमी ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया जबकि विनय कुमार और आर अश्विन ने दो-दो विकेट हासिल किये, हालांकि दोनों काफी खर्चीले रहे तथा इनका इकोनमी रेट क्रमश: 6.50 और 6.33 का रहा.
जयदेव उनादकट को खराब फार्म में चल रहे इशांत शर्मा की जगह लाया गया, लेकिन वह कोई विकेट हासिल नहीं कर सके. शमी ने पिच से स्विंग हासिल की, उन्होंने 140-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों को परेशान किया. उन्होंने दूसरे ओवर में आरोन फिंच (05) को अपनी इनस्विंगर का शिकार बनाया जबकि फिलिप ह्यूज उनकी गेंद पर बल्ला छुआकर भारतीय कप्तान धोनी को शानदार कैच देकर आउट हुए.
शमी के दो झटकों से छठे ओवर में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 24 रन था, जिससे श्रृंखला में पहली बार सलामी जोड़ी 50 रन का भी आंकड़ा पार नहीं कर पायी. बंगाल के तेज गेंदबाज ने अगली ही गेंद पर तीसरा शिकार कर लिया होता लेकिन तीसरी स्लिप में खड़े विराट कोहली ने बेली का कैच छोड़ दिया, तब तक ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने खाता नहीं खोला था. जब शमी लय में थे, हल्की बूंदाबांदी के कारण मैच करीब 30 मिनट तक रुक गया, तब मेहमान टीम का स्कोर 7.2 ओवर के बाद 28 रन पर दो विकेट था. लेकिन बारिश बंद हो गयी. शमी अपना स्पैल करने उतरे और उन्होंने शेन वाटसन (14) को फिंच की तरह बोल्ड किया.
उनादकट हालांकि गेंद को मूव नहीं कर पा रहे थे, शमी ने अच्छी रफ्तार से इसे हासिल किया, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम को अनिवार्य पावरप्ले में रन बनाने में कठिनाई हो रही थी और इसमें उन्होंने प्रति ओवर चार रन जुटाये.
लेकिन शमी और उनादकट की अच्छी गेंदबाजी पर विनय कुमार ने पानी फेर दिया, जिनकी धीमी रफ्तार और गेंद मूव नहीं होने का फायदा बेली ने एक छक्के और दो चौके जड़कर 14 रन बनाकर उठाया. भारत को चौथा विकेट एडम वोगेस (07) के रूप में मिला, बेली का भाग्य उनके साथ था क्योंकि दूसरी बार उनका कैच छूटा और इस बार दोषी अश्विन रहे.
बेली और मैक्सवेल ने धीरे-धीरे इस नुकसान की भरपायी की और स्पिनरों का सामना समझदारी से करते हुए साझेदारी बनाना जारी रखा, वहीं भारत का खराब क्षेत्ररक्षण जारी रहा. मैक्सवेल को भी दो बार युवराज सिंह और धोनी ने जीवनदान दिया. धोनी की मध्य ओवरों में धीमे गेंदबाजों पर निर्भरता से आस्ट्रेलिया को मदद मिली, इस जोड़ी ने अपने अर्धशतक पूरे किये. बेली की पारी में शानदार स्ट्रोक्स जड़े थे, मैक्सवेल ने रिवर्स और पुल शॉट से नया करने की कोशिश की जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 35 ओवर में 201 रन बना लिये.
बेली ने विनय कुमार की गेंद पर डीप मिडविकेट पर रोहित शर्मा को कैच देने से पहले अपनी पारी में सात छक्के और तीन चौके जमाये. हालांकि वह सीरीज में दूसरे शतक से चूक गये. विनय कुमार को दूसरा विकेट खतरनाक दिख रहे मैक्सवेल के रूप में मिला, जिन्होंने 77 गेंद की पारी में पांच छक्के और छह चौके जड़े. इसके साथ ही भारत ने धीरे-धीरे वापसी की. लेकिन भारतीयों की कैच करने में कोताही के कारण ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाज जानसन और जेम्स फाकनर (नाबाद 25) ने एक अन्य चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की. टीम श्रृंखला में चौथी बार 300 से ज्यादा का स्कोर बनाने से पांच रन से चूक गयी.