सचिन तेंदुलकर ने आकर्षक बल्लेबाजी का नजारा पेश करके अर्धशतक जमाया लेकिन सेना ने उनकी टीम मुंबई को कुछ करारे झटके देकर रणजी ट्राफी सेमीफाइनल का पहला दिन अपने नाम किया.
अजित अगरकर ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन जल्द ही मुंबई का स्कोर तीन विकेट पर 23 रन हो गया. इसके बाद तेंदुलकर (56) और अभिषेक नायर (70) ने अर्धशतक जमाये. इससे मुंबई ने पहले दिन छह विकेट पर 199 रन बनाये. खराब रोशनी के कारण जब दिन का खेल पहले समाप्त घोषित किया गया तब आदित्य तारे 26 और अगरकर 17 रन पर खेल रहे थे.
सेना की तरफ से मध्यम गति के गेंदबाजों सूरज यादव और शादाब नजर ने दो-दो विकेट लिये हैं. तेंदुलकर ने दो घंटे छह मिनट क्रीज पर बिताकर दस खूबसूरत चौके और एक छक्का लगाया. उन्होंने नायर के साथ चौथे विकेट के लिये 81 रन की साझेदारी की. नायर ने शुरू में बेहद धीमी बल्लेबाजी की और 160 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके लगाये.
धुंध के कारण मैच आधे घंटे देरी से शुरू हुआ. सेना के मध्यम गति के गेंदबाजों ने सुबह की नमी का पूरा फायदा उठाया. उन्होंने मुंबई के बल्लेबाजों को परेशान किया. उत्तर प्रदेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में सेना की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सूरज यादव ने कौस्तुभ पवार (3) को जल्द ही एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया.
मध्यम गति के दूसरे गेंदबाज निशान सिंह की गेंद अनुभवी वसीम जाफर (15) के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर सरबजीत सिंह के दस्तानों में चली गयी. सुब्रत दास ने तुरंत ही उंगली उठा दी लेकिन लग रहा था कि जाफर उनके फैसले से खुश नहीं हैं. यादव ने नये बल्लेबाज हिकेन शाह को भी इसी अंदाज में पवेलियन की राह दिखायी.
लंच तक मुंबई का स्कोर तीन विकेट पर 42 रन था जिसमें तेंदुलकर के 19 रन थे. इस बीच मध्यम गति के गेंदबाज निशान सिंह की उठती गेंद उनके बायें हाथ पर भी लगी और उन्हें ग्लब्स निकालकर हाथ झटकते हुए देखा गाय. नायर ने दूसरे छोर से सिर्फ विकेट बचाने को तरजीह दी थी और उन्होंने पहले सत्र में 43 गेंद पर केवल दो रन बनाये थे.
लंच के बाद दोनों बल्लेबाजों विशेषकर तेंदुलकर ने तेजी दिखायी. लग रहा था कि वह जल्द से जल्द सुनील गावस्कर के रिकार्ड 81 शतक की बराबरी करना चाहते हैं.
मास्टर ब्लास्टर ने निशान की गेंद स्क्वायर लेग और कवर प्वाइंट से चार रन के लिये भेजी और इसी गेंदबाज के अगले ओवर में थर्डमैन पर चौका जमाया. सूरज के एक ओवर में उन्होंने आन ड्राइव, स्ट्रेट ड्राइव और कवर ड्राइव से तीन खूबसूरत चौके लगाये. सेना के कप्तान सौम्यारंजन सेन ने 35वें ओवर में पहली बार स्पिन आक्रमण लगाया. तेंदुलकर ने बायें हाथ के स्पिनर अविषेक सिन्हा की पहली गेंद उनके सिर के उपर से छह रन के लिये भेजी लेकिन अगली गेंद मिड आन पर हवा में खेल गये जहां नकुल वर्मा ने उसके कैच में बदल दिया.
नायर ने इसके बाद तेजी दिखायी लेकिन वह भी अर्धशतक पूरा करने के बाद शादाब की गेंद पर आउट हो गये. मध्यम गति के इस गेंदबाज ने अपने इसी ओवर में अंकित चव्हाण को बोल्ड किया.