इंग्लैंड का दौरा कर रही भारतीय टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री को पांच वन डे मैचों के लिए तमाम शक्तियां दी गई हैं. कोच डंकन फ्लेचर को भी उनके नीचे रखा गया है, लेकिन कुछ अखबारों का मानना है कि शास्त्री को उनकी वफादारी का इनाम मिला है.
एक अंग्रेजी अखबार ने लिखा है कि वह पहले तो ललित मोदी के प्रशंसक थे, लेकिन समय के साथ बदलकर बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन के समर्थक हो गए हैं. अखबार ने लिखा है कि शास्त्री की नजरों में आईपीएल भारतीय क्रिकेट की बहुत बड़ी उपलब्धि है और उसके सहारे भारत सारी दुनिया पर कब्जा कर लेगा. लेकिन सच्चाई इसके विपरीत दिख रही है. हमारी टीम टेस्ट मैच में भी 50 ओवरों तक टिक नहीं पा रही है.
ऐसे में सवाल उठाया गया है कि अब जो नए तीन विशेषज्ञ इंग्लैंड भेजे जा रहे हैं, वे इतने कम समय में क्या कर लेंगे? क्या वे अपने को वहां के माहौल के अनुकूल बना सकेंगे जो जरूरी है?
अखबार का मानना है कि भारतीय टीम के लिए टेस्ट मैच वरीयता नहीं रही है. ऐसे में कोई भी बदलाव बेकार है. इससे बेहतर तो होगा कि भारत टेस्ट क्रिकेट खेलना छोड़ दे. एक अन्य अखबार ने रवि शास्त्री की नियुक्ति को नाटकीय बताया है और सवाल उठाया है कि इतने कम समय में इससे क्या होगा?
दूसरी ओर, रवि शास्त्री का मानना है कि अनुभव की कमी के कारण ही भारतीय टीम का यह हश्र हुआ है. अगर ऐसा है तो सवाल उठता है कि वन डे सीरीज में भारत इंग्लैंड के खिलाफ क्या कर लेगा?