शुक्रवार को टीम इंडिया के पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने आईसीसी की क्रिकेट समिति से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही टीम इंडिया के हेड कोच पर हुए विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है.
टीम इंडिया के हेड कोच के पद के लिए अनिल कुंबले को खुद पर मिली तरजीह के बाद बौखलाए रवि शास्त्री ने पहले तो क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली पर हमला किया और अब इस्तीफे से यह स्पष्ट कर दिया है कि वो अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में काम नहीं करना चाहते. रवि शास्त्री इस कमेटी से बतौर मीडिया प्रतिनिधि जुड़े हुए थे. इस कमेटी में बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख और वर्तमान आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर और राहुल द्रविड़ भी शामिल हैं. द्रविड़ इस कमेटी में बतौर क्रिकेटर प्रतिनिधि शामिल हैं.
शास्त्री ने कहा, ‘मैं पहले ही अपना इस्तीफा दे चुका हूं. मेरी निजी प्रतिबद्धताएं हैं और मैं छह साल से वहां था.’ आधिकारिक कारण कमेंटेटर और टीवी विशेषज्ञ के रूप में व्यस्त प्रतिबद्धता को बताया गया है लेकिन इस तरह की अटकलें हैं कि इस पूर्व आलराउंडर ने संभवत: कोच पद की दौड़ में सफल नहीं होने से नाराज होकर यह फैसला किया है. कोच पद की दौड़ में पिछड़ने के बाद शास्त्री की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली से बयानबाजी भी हुई थी जो अखबारों की सुर्खियां बनी.
बीसीसीआई सूत्र ने कहा, ‘सौरव की तरह रवि भी भावुक व्यक्ति है. वह अब भी खारिज किए जाने को नहीं पचा पाया है. वह बीसीसीआई के रूप में मीडिया प्रतिनिधि बना था इसलिए संभवत: इसलिए वह इस पद पर बने रहने को तैयार नहीं है. साथ ही कुंबले ने चेयरमैन के रूप में बरकरार रहने की इच्छा जाहिर कर दी है इसलिए दोनों के लिए बैठक में मौजूद रहना असहज होता.’ उन्होंने कहा, ‘साथ ही आईसीसी क्रिकेट समिति में मीडिया प्रतिनिधि का पद सिर्फ नाम का ही है.’
क्या है पूरा मामला?
टीम इंडिया के इन दो पूर्व क्रिकटरों के बीच हेड कोच की नियुक्ति को लेकर बयानबाजी की शुरुआत हुई. बीसीसीआई ने टीम के हेड कोच के लिए आवेदन मांगे. 57 क्रिकेटर्स ने इसके लिए आवेदन भेजा. इनमें से कुछ लोगों को बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सामने इंटरव्यू देने आना था. बीसीसीआई से बुलाए गए सभी खिलाड़ियों ने इंटरव्यू दिया और अंततः इस पद के लिए अनिल कुंबले का चयन किया गया.
शास्त्री-गांगुली की तू-तू मैं-मैं
इस चयन और खुद की अनदेखी से नाखुश पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने सार्वजनिक रूप से इसके लिए सौरव गांगुली पर हमला कर दिया जो बीसीसीआई की उस सलाहकार समिति के एक सदस्य हैं. शास्त्री ने कहा कि गांगुली उनके इंटरव्यू में मौजूद नहीं थे. इस समिति में गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल हैं.
खुद पर लगातार हमले से आहत सौरव गांगुली ने इसके बाद अपना मुंह खोला. उन्होंने कहा कि रवि शास्त्री गलतफहमी में जी रहे हैं. साथ ही उन्होंने रवि शास्त्री को अगली बार किसी ऐसी मीटिंग में खुद उपस्थित होने की नसीहत दे डाली. गांगुली ने कहा कि शास्त्री को बैंकॉक में हॉलिडे मनाने की जगह इस मीटिंग में स्वयं उपस्थित होना चाहिए था. गौरतलब है कि शास्त्री स्काइप के जरिए इस मीटिंग में मौजूद थे.