टेस्ट क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी को लेकर आलोचनाएं झेल रहे सर रवींद्र जडेजा ने लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन तेज पचासा जड़कर क्रिटिक्स को तो जवाब दिया ही साथ ही बड़े अलग अंदाज में इसका जश्न मनाया.
सर जडेजा ने टेस्ट करियर का पहला पचासा जड़ते ही अपने बल्ले को हवा में उसी तरह लहराया जैसे ब्रूस ली ननचक्स से कलाबाजी करते थे. जडेजा ने अपने बल्ले के साथ तलवारबाजी के भी कुछ स्टंट दिखाए. इस दौरान टीम इंडिया के कैप्टन कूल ने भी उनका पूरा साथ दिया.
धोनी भले ही उस समय क्रीज पर जडेजा के साथ न रहे हों लेकिन ड्रेसिंग रूम में बैठकर उन्होंने भी हाथ हिलाकर जडेजा के पचासा का जश्न मनाया. 9 टेस्ट मैच खेल चुके जडेजा का ये पहला टेस्ट पचासा था.
जडेजा जब बल्लेबाजी करने उतरे तो टीम इंडिया 203 रनों पर 6 विकेट गंवाकर मुश्किलों में घिरी हुई थी. जडेजा ने भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर शानदार बल्लेबाजी की और भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया.
गौरतलब है कि सीरीज के पहले टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा और जेम्स एंडरसन के बीच झगड़ा हुआ था. टीम इंडिया ने एंडरसन पर आरोप लगाया है कि जडेजा को गाली देने के बाद एंडरसन ने उन्हें धक्का भी मारा. इस मामले की पहली सुनवाई मंगलवार को लॉर्ड्स टेस्ट खत्म होने के बाद होनी है.
अब ये जश्न पहले टेस्ट पचासा जड़ने का था या एंडरसन की 18 गेंदों पर 19 रन जड़ने का था ये तो जडेजा ही जानते हैं. जडेजा ने 57 गेंदों पर 68 रनों की पारी खेली.