scorecardresearch
 

रवींद्र, संजय और अनिल ने कुश्‍ती में जीता सोना

भारतीय पहलवानों ने राष्ट्रमंडल खेलों में सोना बटोरो अभियान का बेहतरीन आगाज करते हुए मंगलवार को पहले दिन दांव पर लगे तीनों स्वर्ण पदक जीते. रविंदर सिंह (60 किग्रा), संजय (74 किग्रा) और अनिल कुमार (96 किग्रा) ने ग्रीको रोमन शैली में आसानी से खिताब जीते.

Advertisement
X

Advertisement

भारतीय पहलवानों ने राष्ट्रमंडल खेलों में सोना बटोरो अभियान का बेहतरीन आगाज करते हुए मंगलवार को पहले दिन दांव पर लगे तीनों स्वर्ण पदक जीते. रविंदर सिंह (60 किग्रा), संजय (74 किग्रा) और अनिल कुमार (96 किग्रा) ने ग्रीको रोमन शैली में आसानी से खिताब जीते.

भारत को स्वर्ण पदक दिलाने की शुरुआत महाबली सतपाल के शिष्य रविंदर ने की जिन्होंने इंग्लैंड के क्रिस्टोफर टेरेन्स बोसोन को 7-0 से चित किया.

संजय ने चतुराई पूर्ण खेल दिखाते हुए दक्षिण अफ्रीका के रिचर्ड ब्रायन एडिनाल को 2-0 से मात दी जबकि अनिल कुमार ने आस्ट्रेलिया के हसेन फकिरी पर शुरू से हावी होकर 6-0 से उन्हें चित करके भारत को कुश्ती में दिन में तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया.

हरियाणा के झज्जर के रहने वाले रविंदर फाइनल में जब 7-0 से आगे चल रहे थे तब उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी के दांव पर उलट दांव मारकर उन्हें चित कर दिया. उन्होंने इस मुकाबले में शुरू से ही अपनी एकाग्रता बनाये रखी और दो अवसरों पर मुश्किल परिस्थितियों से गुजरने के बाद वह जीत दर्ज करने में सफल रहे.{mospagebreak}इस भारतीय पहलवान ने पहले राउंड में 2-0 की बढ़त बनायी लेकिन उनके जज्बे की असली परीक्षा दूसरे राउंड में देखने को मिली जबकि उन्होंने दो बार विपरीत परिस्थितियों में होने के बावजूद पांच अंक जुटाये और आखिर में बोसोन को चित करके भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी.

Advertisement

रविंदर ने इससे पहले सुबह श्रीलंका के एएसएसडी कुमारा को 13-0 और फिर सेमीफाइनल में नाईजीरिया के रोमियो जोसेफ को 8-0 से हराकर फाइनल में जगह बनायी थी. संजय ने 74 किग्रा में चतुराई भरा खेल दिखाया. दक्षिण अफ्रीकी पहलवान ने उन्हें हालांकि कड़ी चुनौती दी लेकिन संजय का डिफेन्स अच्छा था.

संजय शुरू से इंतजार करने और मौका मिलने पर स्कोर जुटाने की रणनीति अपनायी जिसमें वह सफल भी रहे. भारतीय पहलवान ने दोनों राउंड में एक एक अंक हासिल करके पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीता.

संजय ने इससे पहले समोआ के लापुले इकेरोमा को 3-0 से जबकि सेमीफाइनल में नाईजीरिया के पेरेफेगा किरबिन को 2-0 से हराया था.{mospagebreak}इसके बाद 96 किग्रा के फाइनल में अनिल ने शुरू से ही फकिरी पर अपना दबदबा बना दिया. उन्होंने पहले राउंड में 3-0 की बढ़त बनायी और दूसरे राउंड में भी तीन अंक जुटाकर जब वह 6-0 से आगे चल रहे थे तब आस्ट्रेलियाई पहलवान ने तीन फाउल किये. रैफरी ने इसके बाद उन्हें चेतावनी दी लेकिन जब फकिरी ने उनकी नहीं सुनी तो मुकाबला रोककर अनिल को विजेता घोषित कर दिया.

इससे पहले नार्दन आयरलैंड के मार्क मोंटगोमेरी को 13-0 से और दक्षिण अफ्रीका के काकोमा ह्यूजबेला लुफु को 3-1 से हराने वाले अनिल ने कहा कि उन्हें स्वर्ण पदक का पूरा भरोसा था.

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. मैं पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में खेल रहा हूं लेकिन हमने कड़ी मेहनत की थी और मुझे जीत का पूरा भरोसा था.’

Advertisement
Advertisement