श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया ने 278 रनों से कोलंबो टेस्ट जीत लिया. टीम इंडिया को लगभग एक साल के बाद टेस्ट में जीत मिली है. लिहाजा यह जीत जहां कई मायने में बहुत अहम है वहीं इस जीत के साथ ही कुछ रिकॉर्ड भी बनते चले गए.
आइए डालते हैं एक नजर
1- टीम इंडिया को 10 टेस्ट मैच खेलने के बाद मिली जीत. इससे पहले टीम इंडिया ने पिछले साल जुलाई में लार्ड्स में चखा था जीत का स्वाद.
2. इस टेस्ट में मिली 278 रनों की जीत, रनों के मामले में चौथी सबसे बड़ी जीत है. जबकि टीम इंडिया के लिए विदेशी धरती पर यह दूसरी सबसे बड़ी जीत है.
3- अश्विन ने दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर श्रीलंका को बैकफुट पर डाल दिया. इस मैच में उन्होंने कुल 7 विकेट लिए और इसके साथ ही वो श्रीलंका में एक सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए. उन्होंने हरभजन सिंह के 2008 में एक सीरीज में 16 विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ा.
4- रहाणे के 126 रन भारत के लिए श्रीलंका में तीसरे नंबर के बैट्समैन का 1999 के बाद सिर्फ दूसरा शतक. 1999 में द्रविड़ ने बनाए थे 107 रन.
5- 2008 के बाद पहली बार किसी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में टीम इंडिया के टॉप थ्री में से दो बल्लेबाजों ने 80+ का स्कोर किया. आखिरी बार सहवाग (90) और गंभीर(104) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में किया था ऐसा कारनामा.
6- अश्विन ने लगातार चार पारियों में कुमार संगकारा को आउट किया. इससे पहले कोई भी गेंदबाज ऐसा करने में सफल नहीं हुआ था.
7- रहाणे और मुरली विजय ने बनाया श्रीलंका के खिलाफ दूसरी पारी किसी भी विकेट के लिए में भारत की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड. उन्होंने 140 रनों की साझेदारी की. पिछला रिकॉर्ड लक्ष्मण और तेंदुलकर के नाम था जिन्होंने 3 अगस्त 2010 को इसी स्टेडियम में 109 रनों की साझेदारी की थी.
8- विदेश में ओपनर के तौर पर पहली पांच इनिंग्स में दो शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने लोकेश राहुल. उनसे पहले सिर्फ राहुल द्रविड़ ने किया था ये कारनामा.
9- 13 साल बाद टीम इंडिया ने 20 या उससे कम रनों पर दो विकेट खोने के बाद तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की. इससे पहले 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंटब्रिज में ऐसा हुआ था.
10- इस मैदान पर तीसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड अब लोकेश राहुल और विराट कोहली के नाम है जिन्होंने 164 रन जोड़े. पिछला रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और विनोट कांबली के नाम था जिन्होंने 162 रनों की साझेदारी की थी.