महेंद्र सिंह धोनी ने एमए चिदंबरम स्टेडियम में रिकॉर्डों की झड़ी लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. वह टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बने. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय कप्तान बने.
यही नहीं वह 4000 टेस्ट रन पूरे करने वाले एशिया के पहले विकेटकीपर बल्लेबाज भी बन गये हैं. धोनी ने नाबाद 206 रन बनाये हैं. वह भारत के पहले विकेटकीपर बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दोहरा शतक जड़ा.
इससे पहले किसी भारतीय विकेटकीपर का सर्वोच्च स्कोर 192 रन था बुद्धि कुंदरन ने 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ इसी मैदान पर बनाया था. धोनी ने कप्तान के रूप में 8000 रन भी पूरे किये और फिर मोहम्मद अजहरूद्दीन के 8095 रन के भारतीय रिकार्ड को पीछे छोड़ा.
कप्तान के तौर पर 220वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे धोनी ने अब तक कप्तान रहते हुए टेस्ट मैचों 2667, एकदिवसीय मैचों में 4782 और ट्वेंटी 20 में 748 रन बनाये हैं. इस तरह से कप्तान के तौर पर तीनों प्रारूप में मिलाकर उनके नाम पर 8197 रन दर्ज हो गये हैं. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तान के रूप में 8000 रन बनाने वाले दुनिया के आठवें बल्लेबाज हैं.
रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम पर है जिन्होंने कप्तान रहते हुए 15440 रन बनाये.
धोनी की पारी कप्तान-विकेटकीपर के रूप में सर्वाधिक स्कोर है. इससे पहले का रिकॉर्ड इंग्लैंड के एलेक स्टीवर्ट के नाम पर था जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1998 में मैनचेस्टर में 164 रन बनाये थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 150 से अधिक रन बनाने वाले दुनिया के पहले कप्तान भी बन गये हैं.
धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में अपना छठा जबकि विराट कोहली ने चौथा शतक लगाया. धोनी छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ने वाले चौथे भारतीय कप्तान भी बन गये हैं. उनसे पहले मंसूर अली खां पटौदी (तीन शतक), मोहम्मद अजहरूद्दीन (दो) और सौरव गांगुली (एक) इस नंबर पर बल्लेबाजी करके शतक जड़ चुके हैं.
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए धोनी ने शतक जड़ा. वह डॉन ब्रैडमैन और हनीफ मोहम्मद के बाद केवल तीसरे ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने छठे नंबर पर उतरकर दोहरा शतक जड़ा.
इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भी शतक लगाया था. यह इन दोनों टीमों के बीच दूसरा अवसर है जबकि दोनों कप्तानों ने शतक जमाया. संयोग से इससे पहले 1986 में चेन्नई के इसी मैदान पर दोनों टीमों के कप्तान एलन बोर्डर और कपिल देव ने शतक लगाये थे. यह मैच टाई छूटा था.
धोनी ने अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया. इससे पहले उनका उच्चतम स्कोर 148 रन था जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में फैसलाबाद में बनाये थे.
भारत के कुल सात बल्लेबाज बोल्ड हुए. यह पिछले भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी है. इससे पहले 1952 में लॉर्ड्स और 1958 में कोलकाता में भारत के सात-सात बल्लेबाज बोल्ड हुए थे. दोनों अवसरों पर विरोधी टीम इंग्लैंड थी.
यही नहीं भारत के चोटी के चार बल्लेबाज बोल्ड हुए. भारतीय क्रिकेट में यह तीसरा अवसर है. इससे पहले 1955 में पाकिस्तान के खिलाफ दो अवसरों पर भारत के शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाज बोल्ड होकर पवेलियन लौटे.
धोनी और भुवनेश्वर कुमार ने नौवें विकेट के लिये अब तक 109 रन की साझेदारी की है. यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तरफ से नया रिकॉर्ड है. इससे पहले का रिकार्ड इरफान पठान और हरभजन सिंह के नाम पर था जिन्होंने 2004 में अहमदाबाद में 89 रन की साझेदारी की थी.