नेपाल में आए प्रलयंकारी भूकंप में फंसी बिहार की अंडर 14 बालिका फुटबॉल टीम की कप्तान सोनी कुमारी ने सकुशल यहां लौटने पर ईश्वर और भारतीय वायुसेना का शुक्रिया अदा किया.
नेपाल में शनिवार को आए प्रलयंकारी भूकंप में फंसी बिहार के पूर्वी चंपारण जिला की रहने वाली सोनी और सीवान जिला निवासी निशा कुमारी बीती रात्रि पटना पहुंचीं. उन्हें भारतीय वायुसेना के एक विमान से गत रविवार की शाम को काठमांडू से दिल्ली लाया गया था.
सोनी ने बताया कि काठमांडू के दशरथ स्टेडियम में जारी एशियन फुटबॉल फेडरेशन कप के तीसरे स्थान के लिए गत शनिवार को ईरान के खिलाफ होने वाले कड़े मुकाबले के लिए टीम उक्त स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम में थी तभी अचानक बिजली गुल हो गयी और कंपन होने पर स्थानीय कोच ने चिल्लाकर उनसे जल्दी से जल्दी मैदान की तरफ जाने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि भूकंप के आने पर भारतीय टीम के सभी सदस्य और सहयोगी कर्मी मैदान की ओर भागे और वहां 5-6 घंटों तक चुपचाप ईश्वर से प्रार्थना करते रहे और उन्होंने मैदान के आसपास की गगनचुंबी इमारतों को ढहते हुए देखा.
सोनी ने बताया कि बाद में रात आठ बजे भय से कांपते हुए हम होटल के कमरे में गए और दूसरी बार भूकंप के झटके आने पर हम उक्त होटल के लॉन की ओर भागे जहां हम लोगों ने पूरी रात बिताई. उन्होंने बताया कि दूसरे दिन स्थानीय अधिकारियों ने भारत में मौजूद हमारे माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से फोन पर बात करायी जिसके बाद दोपहर में आया भारतीय वायुसेना का विमान उनके लिए आकाश दूत बनकर आया और वे सभी रविवार को सुरक्षित नई दिल्ली आए.
एक गरीब तांगे वाले की बेटी सोनी ने पूर्वी चंपारण के नरकटियागंज में सुनील वर्मा के मार्गदर्शन में वर्ष 2012 में अपने फुटबॉल करियर की शुरुआत की थी.
वर्मा ने बताया कि वह ईश्वर और भारतीय बचाव दल के शुक्रगुजार हैं कि सोनी और टीम के अन्य सदस्य अपने घर सुरक्षित वापस लौट आए.
सोनी ने काठमांडू में एशियाई फुटबॉल चैम्पियनशिप में प्रदर्शन की चर्चा करते हुए बताया कि उसके द्वारा दागे गए एकमात्र गोल के कारण बांग्लादेश की टीम के साथ भारतीय टीम 1-1 की बराबरी कर सकी.
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के पहले मैच में भारतीय टीम ने भूटान को 12-0 से पराजित किया था जबकि नेपाल से 0-1 से हार गई थी. नवोदित फुटबॉल खिलाड़ी सोनी का 2013 में इंडियन गर्ल्स अंडर 13 टीम में चयन हुआ था और 2014 में भारतीय अंडर 14 टीम में शामिल हुईं और काठमांडू में खेले गए इस एशियाई फुटबॉल चैम्पियनशिप में भारतीय टीम का नेतृत्व कर रही थीं.
इनपुटः भाषा