रियो ओलंपिक खेलों की सिल्वर मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु ने कहा कि रियो ओलंपिक में उनके प्रदर्शन ने निराशा से निपटने में उनकी मदद की और अब उन्होंने महसूस कर लिया है कि वर्ल्ड चैंपियनशिप और ऑल इंग्लैंड जैसी प्रतियोगिताओं में पदक जीतने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.
'ओलंपिक मेरे अंदर बदलाव लेकर आया'
सिंधू ने कहा, ‘ओलंपिक मेरे अंदर कुछ बदलाव लेकर आया. ओलंपिक में मैं वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों के खिलाफ खेली और महसूस किया कि मेरी तरह वे भी कम रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के खिलाफ हार पर बुरा महसूस करते हैं इसलिए कभी-कभी लोग अवसाद में चले जाते हैं लेकिन इसके बाद वे वापसी करते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि इसी तरह ओलंपिक के बाद काफी कुछ बदल गया है.'
'लाइफ काफी बदल गई'
सिंधु ने कहा कि ओलंपिक में जीतने के बाद 'जीवन काफी बदल गया है और अब जिम्मेदारी हमेशा ज्यादा होती है और सभी की नजरें हमेशा मेरे ऊपर रहेंगी इसलिए मुझे लगता है कि अब से मुझे और कड़ी मेहनत करनी होगी.' ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी सिंधु ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह सिर्फ शुरुआत है और ओलंपिक पदक के साथ यह खत्म नहीं हुआ है. सुपर सीरीज और ऑल इंग्लैंड और वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी कई प्रतियोगिताएं हैं जिन्हें मैं जीतना चाहती हूं.