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कोलकाता टेस्टः रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी ने किया टेस्ट करियर का आगाज

रोहित शर्मा के लिए ईडन गार्डंस पर खेला जा रहा टेस्ट मैच किसी सपने के सच होने से कम नहीं हैं. रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन में शामिल होकर जहां एक ओर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला तो वहीं ये कैप भी उन्हें तेंदुलकर ने अपने हाथों से पहनाई.

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रोहित शर्मा
रोहित शर्मा

रोहित शर्मा के लिए ईडन गार्डंस पर खेला जा रहा टेस्ट मैच किसी सपने के सच होने से कम नहीं हैं. रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन में शामिल होकर जहां एक ओर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला तो वहीं ये कैप भी उन्हें तेंदुलकर ने अपने हाथों से पहनाई.

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इशांत ने मोहम्मद शमी को पहनाई टेस्ट कैप
टीम इंडिया की ओर से मोहम्मद शमी और रोहित शर्मा को इस मैच के लिए टेस्ट कैप मिली. विदाई सीरीज खेल रहे तेंदुलकर ने रोहित को वहीं इशांत शर्मा ने मोहम्मद शमी को टेस्ट कैप पहनाई. इशांत अपनी खराब फॉर्म के चलते प्लेइंगि इलेवन में जगह नहीं बना सके.

रोहित ने बनाया 'अनोखा' रिकॉर्ड
इशांत, उमेश यादव, अमित मिश्रा और अजिंक्या रहाणे को पहले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग में नहीं चुना गया. रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के साथ ही एक नया रिकॉर्ड भी बनाया. वह दुनिया के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्हें 100 से अधिक वनडे इंटरनेशनल मैच खेलने के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला. रोहित ने अब तक 108 वनडे में 3049 रन बनाए हैं.

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रोहित ने तोड़ा रैना का 'रिकॉर्ड'
इससे पहले सबसे अधिक वनडे खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का रिकॉर्ड सुरेश रैना के नाम पर था, जिन्हें 98 वनडे खेलने के बाद पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला था. इस सूची में टॉप 5 खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स (94 वनडे), एडम गिलक्रिस्ट (76 वनडे) और भारत के युवराज सिंह (73 वनडे) भी शामिल हैं.

ODI सीरीज में खूब चला था रोहित का बल्ला
रोहित ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई 7 मैचों की वनडे सीरीज में 122.75 की औसत से 491 रन बनाए, जिसमें बेंगलुरु में खेली गई 209 रन की पारी भी शामिल है. वह वनडे के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं. इस 26 वर्षीय खिलाड़ी के पास फरवरी 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच में पदार्पण का मौका था, लेकिन मैच की सुबह फुटबॉल खेलते हुए वह चोटिल हो गये थे. इसके बाद सुरेश रैना, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा को मध्यक्रम में पदार्पण का मौका मिला.

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