रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुताबिक रूस ने 2018 फुटबाल विश्व कप की मेजबानी ईमानदारी से हासिल की है और इस फैसले पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए.
फीफा भ्रष्टाचार मामले में चल रही है जांच
आपको बता दें कि फीफा में चल रहे भ्रष्टाचार प्रकरण के बीच स्विट्जरलैंड के न्यायिक अधिकारी 2018 और 2022 विश्व कप की मेजबानी क्रमश: रूस और कतर को दिए जाने की जांच कर रहे हैं. इसके अलावा 2010 फीफा विश्व कप की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका को दिए जाने पर भी सवाल उठे हैं.
पुतिन ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने टूर्नामेंट के लिए ईमानदारी से चुनौती पेश की और हम जीते. हमें नहीं लगता कि फैसले पर सवाल उठाए जाने चाहिए. उन्होंने आगे कहा, हम तैयार हैं और हमारी तैयारियों पर फीफा को विश्वास है, हमें नहीं लगता कि फैसले पर सवाल उठाया जाना चाहिए.'
भ्रष्टाचार के आरोप सही साबित हुए तो छिनेगी मेजबानी
फीफा की ऑडिटिंग और कम्प्लायंस समिति के प्रमुख डोमेनिको स्काला ने इसी महीने चेताया था कि अगर बोली प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के साक्ष्य मिले तो रूस और कतर को क्रमश: 2018 और 2022 विश्व कप की मेजबानी गंवानी पड़ सकती है.