एकदिवसीय क्रिकेट से सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद टीका-टिप्पणियों और कयासों की बाढ़ आ गई है. हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर सचिन ने इतना बड़ा फैसला कब और कैसे लिया. अब यह बात सामने आ रही है कि संन्यास लेने से पहले के 72 घंटे काफी अहम रहे.
शनिवार रात दी बीसीसीआई को जानकारी
एकदिवसीय क्रिकेट से सचिन तेंदुलकर के संन्यास का फैसला पिछले 72 घंटों में लिया गया. हालांकि उन्होंने बीसीसीआई को शनिवार रात ही इस बारे में सूचना दी थी.
सचिन तेंदुलकर के नजदीकी सू़त्र ने बताया कि पिछले तीन दिनों में इस बारे में फैसला लिया गया था, जिसके बाद शनिवार रात बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को सूचना दी गई.
नागपुर टेस्ट के बाद 'स्विच ऑफ'
सचिन के नजदीकी दोस्त ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, ‘नागपुर टेस्ट के बाद जब वह घर लौटे, तो उन्होंने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया और तीन दिन तक संपर्क से बाहर हो गए. उनसे संपर्क करने का एकमात्र तरीका अंजलि (पत्नी) का मोबाइल नंबर ही था, क्योंकि वे खुद के लिये कुछ समय चाहते थे.’
करीबियों को पहले ही दी जानकारी
सूत्रों ने कहा, ‘शुक्रवार रात तक उन्होंने अपने परिजनों और निकतटम मित्रों को सूचना दे दी कि वह एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कहना चाहते हैं. इसके बाद उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को शनिवार रात संन्यास के फैसले के बारे में सूचित किया, जिससे यह साफ हो गया कि वह पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली श्रंखला में नहीं खेलना चाहते.’
रणजी मैच में खेल सकते हैं सचिन
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारियों के सिलसिले में रणजी ट्रॉफी में मुंबई के गुजरात के खिलाफ होने वाले मैच में खेलेंगे. यह मैच 29 दिसंबर से एक जनवरी तक खेला जायेगा.
ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलेंगे अहम टेस्ट सीरीज
टेस्ट क्रिकेट से उनके संन्यास के बारे में पूछे जाने पर सूत्र ने बताया, ‘इस बारे में कोई भी फैसला तब लिया जायेगा, जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलकर अपने प्रदर्शन का जायज़ा लेंगे.’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट खेलने के बाद वह 198 टेस्ट पूरे कर लेंगे. हो सकता है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला खेलकर 200 टेस्ट मैच खेलने वाले पहला क्रिकेटर बनने की कोशिश करें.