सचिन तेंदुलकर ने भले ही पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया लेकिन यह स्टार बल्लेबाज पिछले तीन साल से टेस्ट मैचों में शतक नहीं लगा पाया है.
तेंदुलकर ने 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में एकदिवसीय मैच में अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया था लेकिन टेस्ट मैचों में उन्होंने आखिरी सैकड़ा चार जनवरी 2010 को लगाया था. इसके बाद से वह 31 पारियों में शतक नहीं लगा पाये. इस बीच दो बार वह जरूर नर्वस नाइंटीज के शिकार बने थे.
तेंदुलकर ने अपने करियर में शतक के लिये कभी इतना लंबा इंतजार नहीं किया और वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 जनवरी से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में बड़ी पारियां खेलने के लिये प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने हाल में ईरानी कप में शतक लगाया और ऑस्ट्रेलियाई टीम भी रनों की उनकी भूख देखकर चिंतित है. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि उनकी टीम के लिये अब भी तेंदुलकर का विकेट सबसे महत्वपूर्ण होगा.
क्लार्क के अनुसार, ‘सचिन ने हाल में शतक लगाया था इसलिए मुझे लगता है कि वह शानदार फार्म में हैं. भारत के लिये वह बहुत बड़ा खिलाड़ी है और हम उन्हें जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करेंगे क्योंकि वह जानता है कि कैसे ढेरों रन और बड़े शतक बनाये जाते हैंय.’
सचिन के अनुभव के सामने कहीं नहीं ठहरती ऑस्ट्रेलियाई टीम
शास्त्री ने कहा, ‘वह भूखा होगा. वह वास्तव में भूखा होगा. यदि ऑस्ट्रेलिया उन्हें पहले दो मैचों में रन बनाने देता है तो यह तेंदुलकर के लिये बहुत बड़ी श्रृंखला होगी.’ जहां तक अनुभव की बात है तो तेंदुलकर पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर भारी पड़ते हैं. तेंदुलकर ने अब तक 194 टेस्ट मैचों में 15, 645 रन बनाये हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया की 17 सदस्यीय टीम के सभी खिलाड़ियों के कुल टेस्ट रनों की संख्या 16233 ही बनती है. वह इस श्रृंखला में भाग ले रहे खिलाड़ियों में अकेले बल्लेबाज हैं जिनके नाम पर 25,000 से अधिक प्रथम श्रेणी रन दर्ज हैं.
सचिन तोड़ सकते हैं और कई रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के शब्दों में, ‘मुझे लगता है कि जिस खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी में 25,000 रन बनाये हैं, वह महान है. उनके आंकड़े बताते हैं कि उन्हें कितना अनुभव है. वह मैच में 100 गेंद में या 200 गेंद में 100 रन बना सकते हैं.’ तेंदुलकर के नाम पर अभी 51 टेस्ट शतक दर्ज हैं. इनमें से उन्होंने 11 शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाये हैं. इस श्रृंखला में वह जैक हाब्स के 12 शतकों के रिकार्ड को तोड़ने की कोशिश करेंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक रन (3636) बनाने का रिकार्ड भी हाब्स के नाम ही दर्ज है और तेंदुलकर उनसे केवल 198 रन पीछे हैं.