दक्षिण अफ्रीका के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए रवानगी से पहले भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आखिरकार सचिन तेंदुलकर की याद आ ही गई. धोनी ने कहा कि सचिन के बगैर विदेशी धरती पर खेलना उनके साथियों के लिए चुनौती होगी.
धोनी ने दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले रविवार को संवाददाताओं से कहा कि यह अच्छा है कि टेस्ट श्रृंखला से पहले तीन एकदिवसीय मैच खेले जाने हैं और इनके माध्यम से उनके युवा साथियों को माहौल के साथ तालमेल बनाने में मदद मिलेगी.
भारत को दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय मैच खेलने हैं. टेस्ट श्रृंखला का आयोजन एकदिवसीय श्रृंखला के बाद होना है, जो पांच दिसंबर से खेली जाएगी. सचिन ने बीते महीने ही टेस्ट मैचों से संन्यास लिया है. भारतीय टीम 24 साल में पहली बार उनके बगैर कोई टेस्ट सीरीज खेलेगी.
धोनी ने कहा, 'हमें हमेशा नई शुरुआत करनी होती है. हममें से अधिकांश को वहां के माहौल का ज्ञान है लेकिन जहां तक टेस्ट मैचों की बात है तो इस मामले में हम थोड़े पीछे हैं. विदेशी धरती पर हमेशा कोई न कोई चुनौती होती है. अनुभवी साथी इसके बारे में पहले से अवगत कराते हैं और इससे निकलने का रास्ता बताते हैं लेकिन अब हमें यह खुद ही करना है.'
भारतीय गेंदबाजी को लेकर चिंता का विषय यह है कि स्लॉग ओवरों में गेंदबाज चूक जाते हैं. इस सवाल के जवाब में धोनी ने कहा कि वह दक्षिण अफ्रीका में गेंदबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं.
धोनी ने कहा, 'बदले हुए हालात में समीकरण बदल सकते हैं. वहां की पिचें तेजी और उछाल में मददगार हैं. हमारे गेंदबाज यॉर्कर के अलावा बाउंसर का सहारा ले सकते हैं. अब हमें वहां पहुंचकर देखना होगा कि हालात का कैसे सामना किया जाए.'