इसी साल मार्च में ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला सिंगल्स के फाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब रहीं भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को उनकी इस उपलब्धि के लिए खेल मंत्रालय ने 25 लाख रुपये देकर सम्मानित किया है. इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली साइना पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.
साथ ही वह ऐसा करने वाली तीसरी भारतीय भी हैं. उन्हें हालांकि खिताबी मुकाबले में बर्मिंघम में मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन कैरोलिना मैरीन से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद (1980 और 2001) ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के मेंस सिंगल्स का खिताब जीतने में कामयाब रहे थे.
'इस साल मुझे मिले कई सरप्राइज'
देश के टॉप खिलाड़ियों की मदद करने के लिए सरकार का धन्यवाद करते हुए साइना ने उम्मीद जताई कि सरकार उन उदीयमान खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करेगी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने का माद्दा रखते हैं. यह पूछने पर कि टॉप खिलाड़ियों के अलावा क्या सरकार को उनकी भी मदद करनी चाहिए, जिन्होंने चमकना शुरू किया है, साइना ने हां में जवाब दिया. साइना ने कहा, 'जो खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, उनके नाम सरकारी योजना में होने चाहिए.' सरकार खिलाड़ियों की काफी मदद कर रही है. पिछले कुछ महीनों से अच्छा प्रदर्शन कर रही साइना ने कहा कि वह और खिताब जीतना चाहती हैं.
उन्होंने कहा, 'मेरा काम रैंकिंग के बारे में सोचना नहीं बल्कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है. इस साल मुझे कई सरप्राइज मिले जो मैंने सोचे नहीं थे.' उन्होंने कहा, 'पिछले साल मैं दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनी, ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची, इंडिया ओपन और चाइना ओपन जीते. इससे मुझे आगे और अच्छे प्रदर्शन की प्रेरणा मिली है.' अगले साल रियो ओलंपिक की तैयारी के बारे में पूछने पर साइना ने कहा कि उसका लक्ष्य फिट बने रहना है.