भारत की प्रमुख महिला खिलाड़ी सायना नेहवाल और अग्रणी पुरुष खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप शुक्रवार को विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार गए. इस तरह इन दोनों के हाथ से कम से कम कांस्य जीतने का मौका निकल गया.
सायना चौथी बार क्वार्टर फाइनल में हारी हैं. इससे पहले वह 2009, 2010 और 2011 में अंतिम-8 दौर में हार गई थीं. इस बार सायना के पास पदक जीतने का शानदार मौका था, लेकिन वह इसे भुना नहीं सकीं.
सायना और कश्यप की हार के बाद अब महिला एकल में पीवी सिंधु से उम्मीदें हैं, जो शुक्रवार को ही अपना क्वार्टर फाइनल मैच खेलेंगी. लंदन ओलपिंक में अंतिम-8 दौर तक का सफर तय करने वाले कश्यप ने प्री-क्वार्टर फाइनल में छठे वरीय हांगकांग के खिलाड़ी युन हू को हराया था लेकिन वह तीसरे वरीय चीनी खिलाड़ी पेंग्यू दू के खिलाफ अपने खेल का स्तर बरकरा नहीं रख सके और एक घंटे 15 मिनट तक चले मुकाबले में 16-21 22-20 21-15 से हार गए.
दूसरी ओर, टूर्नामेंट की तीसरी वरीय खिलाड़ी सायना को कोरिया की इयोन जू बेई ने 23-21 21-9 से मात दी. टूर्नामेंट की 13वीं वरीय बेई और सायना के बीच इससे पहले सात बार भिड़ंत हुई थी. पांच बार सायना विजयी रही थीं, जबकि दो बार बेई ने जीत हासिल की थी. अंतिम बार सायना ने बेई को 2012 डेनमार्क ओपन में हराया था, लेकिन एक साल बाद ही बेई ने सायना से हिसाब बराबर कर लिया.
अब भारत की उम्मीद युवा सनसनी सिंधु पर टिकी है, जिन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में भारी उलटफेर करते हुए मौजूदा चैम्पियन चीन की यिहान वांग को बाहर का रास्ता दिखाया था.
अंतिम-8 में सिंधु का सामना चीन की ही शिजियान वांग से होगा. सातवीं वरीय वांग ने तीसरे दौर में एरिको हिरोसे को 21-8, 21-13 से हराया था. सिंधु और वांग के बीच अब तक एक भिडंत हुई है, जिसमें सिंधु ने बाजी मारी है. उन्होंने इस साल एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में वांग को पराजित किया था.