देश के टॉप महिला व पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत ने 275,000 डॉलर इनामी राशि वाला इंडिया ओपन वर्ल्ड सुपरसीरीज टूर्नामेंट में क्रमश: महिला एकल व पुरुष एकल का खिताब जीत लिया.
खास बात यह है कि देश के दोनों ही स्टार खिलाड़ियों ने पहली बार इंडिया ओपन खिताब जीता है. एक के बाद एक उपलब्धि अपने नाम करते हुए दुनिया की नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी बन चुकी सायना नेहवाल ने रविवार को इंडिया ओपन वर्ल्ड
सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट जीत लिया.
दिल्ली के सिरी फोर्ट स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए फाइनल मुकाबले में सायना ने थाईलैंड की रातचानोक इंतानोन को सीधे गेमों में 21-16, 21-14 से मात दे दी. सीधे गेमों में मैच खत्म होने के बावजूद मैच 50 मिनट तक चला.
खेल प्रशंसकों से खचाखच भरे कोर्ट-1 में सायना पूरे आत्मविश्वास से कोर्ट पर उतरीं और पहले गेम में शुरुआत से ही अपना दबदबा बना लिया. एक समय 12-5 की बढ़त ले चुकीं सायना को हालांकि इंतानोन ने संघर्ष कर 10-12 तक पहुंचा दिया. लेकिन सायना पहले गेम में एक बार भी पीछे नहीं हुई हैं और सबसे ज्यादा छह प्वॉइंट्स बना लिए.
सायना के हर बेहतरीन शॉट पर दर्शकों ने उनका जमकर उत्साहवर्धन किया. दूसरे गेम में भी सायना ने पांच प्वॉइंट लगातार जीतते हुए जबरदस्त शुरुआत की और पूरे गेम के दौरान एक बार भी पीछे नहीं हुईं. दूसरा गेम जीतने के साथ ही सायना ने करियर का पहला इंडिया ओपन खिताब जीत लिया.
गौरतलब है कि सायना का अगले सप्ताह जारी होने वाली विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) की वरीयता सूची में शीर्ष पर पहुंचना तय है. इंडिया ओपन में खिताबी जीत के साथ उन्होंने शीर्ष पर अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली है.
के. श्रीकांत ने भी मारी बाजी
इसके बाद कोर्ट-1 पर ही हुए पुरुष एकल वर्ग के फाइनल मैच में दूसरे वरीय किदांबी श्रीकांत ने छठे वरीय डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन को हारकर खिताब पर कब्जा कर लिया. चौथे विश्व वरीय श्रीकांत ने 54 मिनट तक चले बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में एक्सेलसेन को 18-21, 21-13, 21-12 से हराया.
पहले गेम से ही इस मैच के संघर्षपूर्ण रहने का आभास हो गया था. एक्सेलसेन ने हालांकि लगातार पांच अंक लेते हुए पहले 14-10 से बढ़त ले ली. पहले गेम में एक्सेलसेन की बढ़त एक समय 20-14 हो गई थी और उन्हें जीत के लिए सिर्फ एक अंक लेने थे, लेकिन श्रीकांत ने संघर्ष नहीं छोड़ा और लगातार चार अंक अर्जित किए. एक्सेलसेन अंतत: पहला गेम जीतने में सफल रहे.
दूसरे गेम में श्रीकांत ने संघर्ष और तेज करते हुए लगातार सात अंक अर्जित कर 12-4 की बढ़त ले ली. एक्सेलसेन इस स्कोर को घटाकर 12-14 तक लाने में सफल रहे, लेकिन श्रीकांत ने एकबार फिर लगातार पांच अंक अर्जित कर अपना बढ़त को 19-12 पर पहुंचाया और अंतत: गेम जीत लिया.
तीसरे और निर्णायक मैच में दोनों खिलाड़ियों के बीच जमकर संघर्ष हुआ. एक समय 10-12 से पिछड़ रहे श्रीकांत ने जबरदस्त वापसी करते हुए लगातार 11 अंक हासिल कर गेम अपने नाम करने के साथ ही खिताब पर कब्जा कर लिया.
IANS से इनपुट