सचिन तेंदुलकर के सम्मान में इंडिया टुडे ग्रुप के कॉन्क्लेव 'सलाम सचिन, द ग्रेट क्रिकेटर' का मुंबई में आगाज हो चुका है. अपने स्वागत भाषण में ग्रुप सिनर्जी एंड क्रिएटिव ऑफिसर कली पुरी ने इस कॉन्क्लेव की जरूरत और अहमियत के बारे में बताया.
इस कॉन्क्लेव में क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की शान में आज दुनिया भर के दस कप्तान अपनी राय रखेंगे. क्रिकेट इतिहास में सचिन के योगदान पर चर्चा होगी तो सचिन बिना भारतीय क्रिकेट के भविष्य पर भी बात होगी.
10 कप्तान करेंगे सचिन पर बात
क्रिकेटरों के इस महामंच ग्लैमर की दुनिया के भी कई सितारे मौजूद होंगे. इस कॉन्क्लेव में देश और दुनिया के दस पूर्व कप्तान शिरकत कर रहे हैं. इन कप्तानों में शामिल हैं- भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, मुहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर, और सुरेश रैना. वेस्ट इंडीज की टीम के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा, पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रमीज राजा और वकार यूनुस.
सचिन पर 10 बार हुई कवर स्टोरी
मेहमानों का स्वागत करते हुए कली पुरी ने कहा, 'हम पहली बार इतने कम वक्त की तैयारी में इतनी बड़ी कॉन्फ्रेंस लेकर आपके सामने आए हैं. बहुत शुक्रिया उन तमाम खास मेहमानों का, जो हमारी मुहिम 'सलाम सचिन' के लिए इतने शॉर्ट नोटिस पर भेजे गए इनविटेशन को कबूल कर यहां आए. हमने इंडिया टुडे में सचिन तेंदुलकर पर दस बार कवर स्टोरी की है. वह इकलौती गैरराजनीतिक शख्सियत हैं, जिन्हें इतनी बार कवर मिला.'
सचिन के पत्नी और भाई भी पहुंचे
इस कॉन्क्लेव की जरूरत पर बात करते हुए कली पुरी ने कहा, 'आखिर इतने सारे प्रोग्राम के बाद, इतना कुछ कहे जाने के बाद सचिन पर इस तरह की कॉन्फ्रेंस क्यों. हमने सचिन को रिकॉर्ड और नंबर्स के पैमाने पर देखा है. मगर इसके परे उन लोगों से इस शानदार शख्स के बारे में, उसकी सोच, उसके तरीकों के बारे में जानना चाहते थे. इसके लिए हमने दस कप्तानों को तो बुलाया ही. उन दो लोगों को भी बुलाया, जिनके बिना सचिन के लिए शायद इतना कुछ करना संभव नहीं नहीं था. सचिन की पत्नी अंजलि तेंदुलकर और उनके भाई अजित तेंदुलकर. इंडिया टुडे ग्रुप उनका शुक्रगुजार है इस आयोजन में शिरकत करने के लिए. हम जानते हैं कि इस वक्त पूरा तेंदुलकर परिवार आखिरी टेस्ट की तैयारियों को लेकर बहुत व्यस्त है.'
कली पुरी ने कहा, 'सचिन के बारे में कितनी भी बात की जाए, कितना भी लिखा-पढ़ा और कहा जाए, कम है. ये हमारी कोशिश है इस सचिन उत्सव में अपनी शिरकत दिखाने की.'
सचिन के बारे में दो नए किस्सेबोरिया ने एक और किस्सा सुनाया. सचिन के पहले कोच रमाकांत आचरेकर ने उन्हें कोचिंग के लिए मना कर दिया था. उन्हें कुछ खास नहीं लगा था सचिन के खेल में. सचिन के भाई अजीत आचरेकर के पास गए और बोले कि सर आपकी मौजूदगी में वह प्रेशर में आ गया. आप कुछ दूर से देखें और फिर फैसला करें. आचरेकर ने ऐसा ही किया और उसके बाद का इतिहास तो पूरी दुनिया जानती है.'