सानिया मिर्जा ने स्विट्जरलैंड की अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ रविवार को मियामी ओपन में महिला युगल का खिताब जीता, जो उनके करियर का 25वां डब्ल्यूटीए युगल खिताब है. सानिया और हिंगिस की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी ने खराब शुरुआत से उबरकर एकटेरिना मकारोवा और इलेना वेसनिना की दूसरी वरीयता प्राप्त रूसी जोड़ी को 7-5, 6-1 से हराया. इसके साथ ही सानिया दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी बनने के करीब पहुंच गई.
लगातार आठ गेम जीते सानिया और हिंगिस पहले सेट में एक समय 2-5 से पीछे चल रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और लगातार आठ गेम जीतकर पहला सेट अपने नाम किया. इन दोनों ने इंडियन वेल्स के रूप में साथ में पहला खिताब भी रूस की इसी जोड़ी को हराकर जीता था. सानिया और हिंगिस की यह सुनहरी शुरुआत है क्योंकि उन्होंने जब से जोड़ी बनाई है तब से एक भी सेट नहीं गंवाया है. सानिया ने मैच के बाद कहा, हम एक दूसरे से यही कहने की कोशिश करते हैं कि संघर्ष का लुत्फ उठाओ. हम पीछे चल रहे थे इसलिए थोड़ा सा सहम गए थे.
नंबर 1 बनने का मौका
मार्टिना हिंगिस के साथ मियामी ओपन का खिताब जीतकर 1000 रैंकिंग पॉइंट हासिल करने वाली सानिया मिर्जा ने दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी बनने की तरफ मजबूती से कदम
बढ़ाए. सानिया अभी महिला युगल रैंकिंग में तीसरे नंबर पर हैं लेकिन वर्ल्ड की नंबर एक इटली की सारा ईरानी और राबर्टा विन्सी से वह अब सिर्फ 145 पॉइंट पीछे हैं. ईरानी और
विन्सी दोनों के 7640 अंक हैं. हिंगिस के साथ लगातार दूसरा खिताब जीतने वाली सानिया 7495 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है. सानिया को अब दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने
के लिये इस हफ्ते चार्ल्सटन में शुरू होने वाले फैमिली सर्किल कप में जीत दर्ज करनी होगी. यहां सानिया और हिंगिस को शीर्ष वरीयता दी गई है.
-इनपुट भाषा से