एशियन गेम्स में भारत की झोली में स्क्वाश में सिल्वर मेडल जबकि वुशु में दो ब्रॉन्ज मेडल आए. सौरभ घोषाल फाइनल में हारे, जिससे भारत का स्क्वाश में गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया. वुशु में नरेंद्र अग्रवाल और सानाथोई देवी ने ब्रॉन्ज मेडल जीते.
भारत के सर्वोच्च वरीय पुरुष स्क्वाश खिलाड़ी सौरभ मेंस सिंगल्स के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही सौरभ गोल्ड मेडल के बेहद पास पहुंच कर भी उससे दूर रह गए. सौरभ को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. विश्व के 16वें वरीय सौरभ को कुवैत के अल्मेजायेन अब्दुल्लाह ने एक घंटे 15 मिनट में 10-12, 2-11, 14-12, 11-8, 11-9 से हराया. अब्दुल्लाह विश्व रैंकिंग में 46वें स्थान पर हैं.
फाइनल मुकाबले में पहले दो मैच जीतने के बाद ऐसा लग रहा था कि 28 वर्षीय सौरभ आसानी से गोल्ड मेडल पर कब्जा जमा लेंगे. कुवैत ने हालांकि इसके बाद शानदार वापसी करते हुए अगले तीनों गेम जीत कर भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. सौरभ 2006 और 2010 के एशियन गेम्स के विजेता रहे मलेशिया के ओंग बेंग को हराकर फाइनल में पहुंचे थे.
वुशु में भारत को मिले दो मेडल
सानाथोई देवी और नरेंद्र अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीते. ग्रेवाल पुरुषों की सैंडा स्पर्धा के 60 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में फिलीपींस के ज्यां क्लाउडे सैकलाग से हार गए और उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा.
इससे पहले सानाथोई देवी महिलाओं के 52 किलोग्राम भारवर्ग के सांडा स्पर्धा के सेमीफाइनल में हार गईं. सानाथोई को गांग्वा डोलमेंस जिम्नेजियम में हुए सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की लुआन झांग ने 2-0 से मात दे दी.