वर्ल्ड फुटबॉल की गवर्निंग बॉडी फीफा के प्रेसिडेंट सैप ब्लाटर को 90 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इस सस्पेंशन में उनके साथ ही फीफा के उपाध्यक्ष और UEFA प्रेसिडेंट माइकल प्लातिनी तथा फीफा के सेक्रेटरी जनरल जेरोम वाल्के को भी सस्पेंड कर दिया गया है. इस फैसले के साथ ही ब्लाटर के बाद प्लातिनी के फीफा प्रेसिडेंट बनने की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं. फीफा की एथिक्स कमेटी ने गुरुवार को इनके सस्पेंशन का फैसला लिया.
क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन शुरू
ब्लाटर की मुश्किलें यहीं खत्म होती नहीं दिख रही हैं. दरअसल फीफा ने उनके खिलाफ क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन भी शुरू कर दी है. उन पर फुटबॉल को नुकसान पहुंचाने वाले कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने और UEFA प्रेसिडेंट माइकल प्लातिनी को गैर वाजिब पेमेंट करने का आरोप है. हालांकि ब्लाटर किसी भी प्रकार की गलत कार्रवाई करने के आरोपों से इंकार कर चुके हैं.
प्लातिनी ने किया आरोपों से इंकार
इससे पहले माइकल प्लातिनी भी इन आरोपों से इंकार करते हुए कह चुके हैं कि यह पेमेंट उनका वाजिब हर्जाना है, जो उन्हें ब्लाटर के मार्गदर्शन में 9 वर्षों तक काम करने के एवज में मिला है. हालांकि उनकी दलीलों को नजरअंदाज करते हुए फीफा की एथिक्स कमेटी ने सोमवार से चल रही अपनी बैठक में इस प्रोविजनल सस्पेंशन की सिफारिश कर दी.