एन श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग के मद्देनजर बीसीसीआई में चल रहे विवाद को नया मोड़ देते हुए क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने आईपीएल फिक्सिंग कांड की सीबीआई जांच पूरी होने तक आईपीएल पर रोक लगाने की अपील की. एन श्रीनिवासन से पहले बीसीसीआई अध्यक्ष रहे मनोहर ने आईपीएल 2014 के कुछ मैच अगले महीने संयुक्त अरब अमीरात में करवाने के फैसले की भी आलोचना की.
उन्होंने कहा, ‘पहले ही विवादों से घिरे टूर्नामेंट की इससे छवि और खराब होगी.’ मनोहर ने यह अपील ऐसे समय में की है जबकि एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिये श्रीनिवासन को अपना पद छोड़ने के लिये कहा था. उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि रिपोर्ट में बेहद गंभीर आरोप लगाये गये है और जब तक बीसीसीआई अध्यक्ष पद नहीं छोड़ते तब तक निष्पक्ष जांच नहीं की जा सकती.’
मनोहर ने एक बयान जारी कर कहा, ‘बीसीसीआई के ताजा घटनाक्रम पर विचार करते हुए मेरा मानना है कि जब तक लोगों का खेल में विश्वास नहीं लौट जाता तब तब वर्ष 2014 के आईपीएल टूर्नामेंट को निलंबित कर देना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘आईपीएल 2014 का निलंबित करने के संबंध में बोर्ड के सदस्यों को खुद यह ध्यान में रखना चाहिए कि पैसा या लाभ बोर्ड का उद्देश्य नहीं है. उसका पहला कर्तव्य क्रिकेट के साफ सुथरे खेल को बढ़ावा देना है.’
मनोहर ने कहा कि सट्टेबाजी, स्पाट फिक्सिंग और मैच फिक्सिंग के गंभीर आरोपों के कारण जनता का आईपीएल मैचों से भरोसा उठ गया है. उन्होंने कहा, ‘मैंने बहुत पहले कहा था कि आईपीएल मैचों की जांच होनी चाहिए. तभी गलती करने वाले सभी पक्षों को सजा देनी चाहिए थी और खेल को साफ करने की शुरुआत की जानी चाहिए थी.’
मनोहर ने कहा, ‘बाद में जो खुलासे हुए हैं वह तो पूरे कांड की केवल बानगी हो सकते हैं. मेरा मानना है कि सीबीआई से इसकी पूरी जांच करवाने की जरूरत है.’ उन्होंने लोकसभा चुनावों के कारण आईपीएल का पहला चरण यूएई में करवाने के बीसीसीआई के फैसले पर भी चिंता जतायी. मनोहर ने उस देश में ‘अनियिंत्रित सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग से संबंधित जानकारी के संदर्भ’ में यह चिंता जाहिर की.