भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी शिखर धवन के आकषर्क अर्धशतक से हैदराबाद ने बुधवार को टी-20 लीग मैच में गेंदबाजों से मिली अच्छी शुरुआत को आखिर तक कायम रखकर मुंबई को 12 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट से हराया.
हैदराबाद के गेंदबाजों ने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया तथा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के लिये उतरे मुंबई को चार विकेट पर 129 रन ही बनाने दिये. हैदराबाद के बल्लेबाज इससे पहले अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे लेकिन चोट से उबरकर वापसी करने वाले धवन ने 55 गेंद पर नाबाद 73 रन की खूबसूरत पारी खेली.
इससे हैदराबाद ने 18 ओवर में तीन विकेट पर 130 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की. हैदराबाद की जीत की नींव गेंदबाजों विशेषकर इशांत शर्मा (15 रन देकर दो विकेट) और अमित मिश्रा (24 रन देकर दो विकेट) ने रखी थी.
मुंबई के लिये सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने सर्वाधिक 38 रन बनाये लेकिन इसके लिये उन्होंने 40 गेंद खेली. अंबाती रायुडु ने 27 गेंदों पर नाबाद 34 रन का योगदान दिया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में पदार्पण टेस्ट मैच में ही 187 रन की जबर्दस्त पारी खेलने वाले धवन ने अच्छी रणनीति के साथ बल्लेबाजी की.
उन्होंने अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया और इस बीच हनुमा विहारी (23 गेंद पर 25 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी की. हैदराबाद की यह दसवें मैच में छठी जीत है और उसके 12 अंक हो गये हैं. मुंबई के भी अब दस मैच में 12 अंक ही हैं.
धवन ने एक छोर संभाले रखा. उन्होंने धवल कुलकर्णी के पहले ओवर में दो चौके जड़कर अपने इरादे जतलाये. बीच में उन्होंने हरभजन की गेंद छह रन के लिये भी भेजी. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने लेसिथ मालिंगा की गेंद पर चौका लगाकर 40 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया. मुंबई का क्षेत्ररक्षण अच्छा रहा लेकिन गेंदबाजों के पास बचाव के लिये बड़ा स्कोर नहीं था और फिर धवन बेहतरीन लय में थे.
कप्तान रोहित शर्मा को मालिंगा और मिशेल जानसन पर भरोसा था लेकिन धवन ने इन दोनों को ही निशाने रखा. उन्होंने जानसन पर भी दो चौके लगाये. विहारी ने आखिरी क्षणों में आउट होने से पहले धवन का अच्छा साथ दिया और अपने इस सीनियर साथी को अधिक से अधिक स्ट्राइक देने की कोशिश की.
इससे पहले मुंबई को अपेक्षित शुरुआत नहीं मिली और वह आखिर तक अपनी पारी को तेजी नहीं दे पाया. इस टी-20 में अब तक जलवा दिखाने में नाकाम रहे सचिन तेंदुलकर (12 गेंद पर 14 रन) ने फ्रंट फुट पर आकर बेहतरीन टाइमिंग से डेल स्टेन पर लगातार दो चौके लगाये.
लग रहा था कि नवाबों का शहर फिर से उनके लिये भाग्यशाली साबित होगा लेकिन अगले ओवर में ही वह इशांत की ऑफ कटर का सही अनुमान नहीं लगा पाये और बोल्ड हो गये. इशांत ने एक गेंद बाद दिनेश कार्तिक को बैकवर्ड प्वाइंट पर कैच करवा दिया. उनका यह ओवर मेडन भी रहा.
स्मिथ जब 25 रन पर थे तब इशांत ने लांग ऑफ सीमा रेखा पर उनका न सिर्फ आसान कैच टपकाया बल्कि छह रन भी दिये. इशांत ने हालांकि रोहित को ऐसा मौका नहीं दिया. मिश्रा के अगले ओवर में जब उन्होंने लांग ऑफ की तरफ गेंद उठायी तो इस बार इशांत ने उसे कैच कर दिया.
मिश्रा ने इसी ओवर में स्मिथ को एलबीडब्ल्यू आउट करके मुंबई की परेशानियां बढ़ा दी. इसके बाद कीरेन पोलार्ड (19 गेंदों पर नाबाद 14 रन) जैसा विस्फोटक बल्लेबाज क्रीज पर था. उनकी और रायुडु की जोड़ी डेथ ओवरों में तेजी से रन नहीं बना पायी. इन दोनों ने बीच में 37 गेंदों पर केवल 34 रन जोड़े थे. तिसारा परेरा के आखिरी ओवर में 16 रन बटोरकर स्कोर थोड़ा सम्मानजनक बनाया.