भारत के हाथों टेस्ट श्रृंखला में शर्मनाक हार झेलने वाले वेस्टइंडीज के आफ स्पिनरों मर्लोन सैमुअल्स और शेन शिलिंगफोर्ड की दूसरे टेस्ट मैच के दौरान संदिग्ध अवैध गेंदबाजी एक्शन के लिये रिपोर्ट की गयी है. आईसीसी ने बयान में कहा, मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबोरोग और निजेल लांग, टीवी अंपायर विनीत कुलकर्णी और आईसीसी मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ने शुक्रवार को दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद सैमुअल्स और शिलिंगफोर्ड की रिपोर्ट की.
इसमें कहा गया है, पायक्राफ्ट ने टेस्ट मैच समाप्त होने के बाद वेस्टइंडीज टीम के मैनेजर को रिपोर्ट की प्रतियां सौंपी. अंपायरों की रिपोर्ट में इन दोनों गेंदबाजों के गेंदबाजी एक्शन विशेषकर सैमुअल्स की तेज गेंद और शिलिंगफोर्ड के दूसरा पर पर चिंता जतायी गयी है.
सैमुअल्स और शिलिंगफोर्ड के गेंदबाजी एक्शन की अब टेस्ट, वनडे और टी20 में रिपोर्ट किये गेंदबाजों से संबंधित आईसीसी प्रक्रिया के अंतर्गत जांच की जाएगी. बयान के अनुसार, खिलाड़ियों को अब अपने गेंदबाजी एक्शन का स्वतंत्र आकलन जमा करना करना होगा. यह विश्लेषण 21 दिन के अंदर पूरा कर लिया जाना चाहिए तथा उनके एक्शन के स्वतंत्र मूल्यांकन की रिपोर्ट अगले 14 दिन के अंदर आईसीसी के पास जमा करनी होगी.
टेस्ट श्रृंखला में शर्मनाक हार के बाद वेस्टइंडीज के लिये यह करारा झटका है. बयान में कहा गया है, यदि खिलाड़ियों को स्वतंत्र विश्लेषण के दौरान अवैध एक्शन से गेंदबाजी करते हुए पाया तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया जाएगा. जब तक स्वतंत्र मूल्यांकन प्राप्त नहीं होता है तब तक ये खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं. आईसीसी के अनुसार, इस दौरान किसी भी समय खिलाडि़यों की गेंद को मैदान पर नियम 24.2 के अनुसार अंपायर नोबाल देते हैं तो फिर इस तरह का नियम हर हाल में लागू करना होगा. इस दौरान हालांकि मैच अधिकारियों की आगामी रिपोर्ट का कोई असर नहीं पड़ेगा.
इन दोनों गेंदबाजों की पहले भी रिपोर्ट की गयी थी और उनका गेंदबाजी एक्शन अवैध पाये जाने के कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया गया था. अपने गेंदबाजी एक्शन में सुधार और आगामी परीक्षणों के बाद हालांकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी शुरू करने की अनुमति दे दी गयी थी. सैमुअल्स की फरवरी 2008 में रिपोर्ट की गयी थी और उन्होंने सितंबर 2011 में गेंदबाजी शुरू की जबकि शिलिंगफोर्ड की नवंबर 2010 में रिपोर्ट की गयी और उन्होंने जून 2011 में फिर से गेंदबाजी करनी शुरू की थी.