दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने के बाद गगन नारंग ने कहा कि निशानेबाजी ने हाल में इतनी सफलता हासिल की है कि यह देश का नंबर एक खेल बन गया है.
बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के साथ मिलकर 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने वाले इस निशानेबाज ने कहा, ‘निशानेबाजी फिलहाल देश का नंबर एक खेल है.’
नारंग ने कहा, ‘अगर आप अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में निशानेबाजों के पदक और उनके प्रदर्शन को देखो तो निशानेबाजी नंबर एक खेल है.’
गगन ने कहा, ‘अन्य खेलों के विपरीत हम मीडिया और प्रशंसकों के सामने अपनी भावनाएं उजागर नहीं करते क्योंकि निशोनबाजी इसी तरह का खेल है.’
यह हैदराबादी जब लय में होता है तो उनके लिए निशानेबाजी बच्चों का खेल लगता है लेकिन वह इससे सहमत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘यह कभी आसान नहीं होता. यह कड़ी मेहनत का नतीजा है. इसमें काफी उर्जा लगती है और इससे भी बढ़कर हम इस बार अपने घर में खेल रहे हैं जिससे अपेक्षाएं काफी अधिक हैं.’
यह पूछने पर कि क्या वह मेलबर्न में 2006 में समरेश के पांच स्वर्ण के प्रदर्शन की बराबरी करने की सोच रहे हैं, नारंग ने कहा, ‘फिलहाल मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा और एक बार में एक ही स्पर्धा और प्रत्येक दिन पर ही ध्यान दे रहा हूं.’