भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का मानना है कि टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल के लिए बेहतर तैयारी नहीं कर सकती है, लेकिन उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में सत्र दर सत्र खेलने पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होगा.
21 साल के गिल टीम के अन्य साथियों के साथ मुंबई में 14 दिन के पृथकवास पर हैं. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में पदार्पण करने के बाद सीनियर टीम के साथ यह उनका इंग्लैंड का पहला दौरा होगा.
इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, लेकिन अब वह इसकी भरपाई करने के लिए तैयार हैं. इस दौरे की शुरुआत 18 जून को न्यूजीलैंड के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल से होगी, जिसके बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी.
गिल ने इंडिया टीवी से कहा, 'हमने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया. हम विदेशों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और मुझे लगता है कि हम इस फाइनल के लिए बेहतर तैयारी नहीं कर सकते हैं. सलामी बल्लेबाज होने के नाते आपको केवल इंग्लैंड ही नहीं, बल्कि विदेशों में सत्र दर सत्र खेलने में सक्षम होना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'एक बार में एक सत्र पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होता है. इंग्लैंड में जब भी बादल छाए होते हैं, तब गेंद अधिक स्विंग करती है और जब धूप खिली होती है तो बल्लेबाजी करना आसान होता है. एक सलामी बल्लेबाज के रूप में इन परिस्थितियों का आकलन करना महत्वपूर्ण है.'
कोविड काल में पृथकवास के बारे में गिल ने कहा, 'यह बेहद कड़ा है. आपको 14 दिन तक कमरे में रहना पड़ता है और आपके पास करने के लिए कुछ खास नहीं होता है. हमें हर दिन का कार्यक्रम सौंपा गया है और हम उसके अनुसार चलते हैं. हम स्वयं को फिल्में देखने में व्यस्त रखते हैं, लेकिन कुल मिलाकर यह बहुत कठिन है.'
अब तक 7 टेस्ट मैच खेलने वाले गिल 2019 से टीम के साथ हैं, लेकिन उन्हें दिसंबर में मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में पदार्पण का मौका मिला था.
टीम के साथ बिताए गए समय तथा कप्तान विराट कोहली और अपने सलामी जोड़ीदार रोहित शर्मा से बातचीत के बारे में गिल ने कहा, 'विराट भाई जब भी मुझसे खेल के बारे में बात करते हैं तो बेपरवाह होकर खेलने के लिए कहते हैं. वह मानसिकता के बारे में काफी बात करते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'और जब मैं रोहित भाई के साथ बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तो हम अमूमन इस पर बात करते हैं कि गेंदबाज कहां गेंद करेगा, परिस्थिति कैसी है और उस आधार पर कब जोखिम लेना चाहिए और कब नहीं.'