रविवार को इंग्लिश फुटबॉल, या यूं कहें कि विश्व फुटबॉल में एक युग का अंत हो गया. फुटबॉल जगत में बेहद सम्माननीय, मेनचेस्टर यूनाइटेड के मैनेजर सर एलेक्स फर्ग्युसन ने चालीस साल तक पांच क्लब्स को संभालने के बाद कोचिंग से छुट्टी ले ली है.
स्कॉटलैंड के सर एलेक्स का मेनचेस्टर यूनाइटेड के साथ साढ़े छब्बीस साल का साथ रहा, जिसमें उन्होंने कुल अड़तीस खिताब जीते. उनके साथ इस क्लब ने तेरह बार इंग्लिश प्रीमियर लीग, पांच बार एफ. ए. कप और दो बार चैंपियंस लीग जीती. एक खिलाड़ी के तौर पर उन्होंने 317 मैचों में 170 गोल्स किये.
उन्होंने मेनचेस्टर यूनाइटेड के मैनेजर के तौर पर सबसे ज्यादा समय बिताया है, और उनके नाम ब्रिटेन में सबसे ज्यादा बार 'मैनेजर ऑफ द ईयर' का खिताब भी है. फुटबॉल के खेल में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें 1999 में नाइटहुड के सम्मान से नवाजा गया.
इन तमाम उपलब्धियों के साथ उनके नाम से कुछ विवाद भी जुड़े हैं. 2003 में टीम के ड्रेसिंग रूम में डेविड बेकहम के साथ उनकी खूब कहा-सुनी हुई थी और इसी दौरान बेकहम को चोट भी लगी. कुछ समय बाद बेकहम ओल्ड ट्रेफर्ड को छोड़ गए थे. इसी साल सर एलेक्स ने चैंपियंस लीग के मुकाबले फिक्स होने की बात कही थी जिसके बाद उनपर जुर्माना भी लगा.
फर्ग्युसन पिछले कुछ सालों से दिल की बीमारी से पीड़ित थे, और काफी समय से उनके सन्यास की अटकलें लगायी जा रही थीं. आखिरकार उन्होंने 8 मई को इसका ऐलान भी कर दिया. मेनचेस्टर यूनाइटेड उन्हें उनके अंतिम मैच में जीत का तोहफा तो नहीं दे पाई, लेकिन वेस्ट हैम यूनाइटेड के साथ 5-5 से ड्रा हुए इस मैच ने उन्हें ग्यारह न सही, लेकिन दस गोलों की सलामी जरूर दे दी.