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राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य

घूमती हुईं करीब 1,200 लाइटों, 25 स्टैक्स स्पीकरों और लगभग 2,700 दौर की आतिशबाजी ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आज हुए राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह को भव्य और दिलकश बना दिया.

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घूमती हुईं करीब 1,200 लाइटों, 25 स्टैक्स स्पीकरों और लगभग 2,700 दौर की आतिशबाजी ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आज हुए राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह को भव्य और दिलकश बना दिया.

हिंदू और बौर्ध धर्म में महत्व रखने वाले ‘मंडल’ के आकार से प्रेरित एक भव्य मंच राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह के लिये बनाया गया है.

यह मंच करीब 500 श्रमिकों ने मिलकर सात दिन में तैयार किया है. इसका वजन 500 टन है. यह मंच 500 लोगों के प्रस्तुति देने लायक बनाया गया था.

अगर रोशनी से जुड़े इंतजाम नहीं होते तो उद्घाटन समारोह इतना आकषर्क नहीं होता. स्टेडियम के अंदर 1,200 चलती लाइटें, 120 स्पेस कैनन, 16 फॉलो स्पॉट लगाये थे. 25 स्टैक्स स्पीकर से पांच लाख वॉट ध्वनि पैदा हो रही थी.

उद्घाटन समारोह के दौरान आतिशबाजी भी काफी आकषर्क रही. स्टेडियम की छत पर करीब 88 थानों से 2,700 दौर आतिशबाजी की गयी.

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पूरी बिजली व्यवस्था के लिये 50 किलोमीटर से अधिक लंबाई वाली पॉवर केबल बिछायी गयी थीं.

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