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साउथम्पटन टेस्ट: 266 रनों से हारी टीम इंडिया, सीरीज हुई बराबर

साउथम्पटन टेस्ट में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को 266 रनों से करारी शिकस्त दी. इंग्लैंड द्वारा दिए गए 445 रनों के विशाल स्कोर के सामने टीम इंडिया की बल्लेबाजी धराशायी हो गई और पूरी टीम केवल 178 रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गई. इस मैच में हार के साथ ही 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर आ गई हैं.

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जीत का जश्न मनाती इंग्लैंड की टीम
जीत का जश्न मनाती इंग्लैंड की टीम

साउथम्पटन टेस्ट में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को 266 रनों से करारी शिकस्त दी. इंग्लैंड द्वारा दिए गए 445 रनों के विशाल स्कोर के सामने टीम इंडिया की बल्लेबाजी धराशायी हो गई और पूरी टीम केवल 178 रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गई. इस मैच में हार के साथ ही 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर आ गई हैं.

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पंकज सिंह के रूप में भारत को आख‍िरी झटका लगा. पंकज को भी मोइन अली ने ही चलता किया. पंकज ने 9 रन बनाए. अगर दोनों पारियों को देखें तो इंग्लैंड की जीत में जेम्स एंडरसन और मोइन अली की गेंदबाजी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. एंडरसन ने जहां दोनों पारियों में 7 विकेट चटकाए वहीं अली के नाम 8 विकेट रहे. अली ने दूसरी पारी में 6 भारतीय बल्लेबाजों को चलता कर अपनी टीम की जीत सुनिश्च‍ित की.

इंग्लैंड की सरजमीं पर रन के आधार पर यह भारत की बड़ी शिकस्त में से एक है लेकिन यह उनकी सबसे खराब हार नहीं है. उन्हें 2011 में पिछले दौरे के दौरान नॉटिघंम में टेस्ट मैच में 319 रन के विशाल स्कोर से पराजय मिली थी. इंग्लैंड के लिये इस जीत का मतलब है कि उसने एशेज सीरीज के बाद से 10 टेस्ट मैचों में एक भी मैच नहीं जीतने की निराशाजनक लय तोड़ दी है.

वहीं इस हार में भारत के लिये अपमान की बात यह रही कि कामचलाउ ऑफ स्पिनर मोईन अली ने निचले क्रम को तहस नहस किया और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 20.4 ओवर में 67 रन देकर छह विकेट प्राप्त किये. तेज गेंदबाज जिमी एंडरसन ने सुबह पहला झटका दिया, जब उन्होंने रोहित शर्मा (06) को बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया. महेंद्र सिंह धोनी (06) पहली पारी जैसा जज्बा नहीं दिखा सके और वह एक बार फिर आउटस्विंगर का शिकार हुए और बल्ला छुआकर विकेटकीपर को कैच देकर पवेलियन पहुंचे.

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अंजिक्य रहाणे (नाबाद 52) एकमात्र खिलाड़ी रहे जो एक छोर पर डटे थे, लेकिन वह ज्यादा कुछ नहीं कर सके क्योंकि दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा. इंग्लैंड के लिये अली लय में आ गये, उन्होंने गेंद को टर्न कराया और क्लासिकल ऑफ ब्रेक गेंदबाजी की. उन्होंने रविंद्र जडेजा (15) को बोल्ड किया और उनके ऑफ स्टंप उखाड़ दिये. भुवनेश्वर कुमार ऐसी गेंद पर कैच आउट हुए जो पिच करने के बाद स्पिन कर रही थी, उनका कैच एंडरसन ने लपका. अली के पांच विकेट मोहम्मद शमी को आउट करने के साथ पूरे हुए जिन्हें उन्होंने ऑफ ब्रेक पर पवेलियन भेजा. रहाणे ने इस दौरान मैच में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया, उन्होंने क्रिस वोक्स की गेंद पर शानदार स्क्वायर ड्राइवर से 50 रन पूरे किये. तब उनके साथ 11वें नंबर के बल्लेबाज पंकज सिंह मौजूद थे.

लेकिन अली ने जल्द ही पंकज को आउट कर अपना छठा विकेट प्राप्त किया. अब दोनों टीमें चौथे क्रिकेट टेस्ट के लिये मैनचेस्टर रवाना होंगी जहां ओल्ड ट्रैफर्ड पर सात अगस्त से यह मुकाबला शुरू होगा. भारत ने अंतिम दिन अपने आखिरी छह विकेट महज 66 रन के अंदर 24.4 ओवर में गंवा दिए. अली ने चार विकेट 22 गेंद के अंदर 17 रन देकर हासिल किये, उन्होंने चौथे दिन चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली के विकेट झटके थे. रहाणे 121 गेंद में सात चौके से 52 रन बनाकर नाबाद रहे, वह भारत के इस निराशाजनक प्रदर्शन के दौरान संयमित बल्लेबाजी करने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे. जेम्स एंडरसन को ऐसी पिच पर मैच में शानदार प्रदर्शन कर 77 रन पर सात विकेट चटकाने के लिये फिर मैन ऑफ द मैच चुना गया जो तेज और स्विंग गेंदबाजी के लिये बिलकुल भी मुफीद नहीं थी. उनकी कल रविंद्र जडेजा के साथ कथित झड़प के लिये आईसीसी के समक्ष सुनवाई होगी.

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स्टुअर्ट ब्राड (22 रन देकर कोई विकेट नहीं), क्रिस जोर्डन (22 रन देकर कोई विकेट नहीं), क्रिस वोक्स (23 रन देकर कोई विकेट नहीं) को भले ही विकेट नहीं मिला हो लेकिन उन्होंने निश्चित रूप से भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाये रखा. भारत के लिये अंतिम दिन केवल एक बार साझेदारी बनी जब रहाणे और जडेजा ने सातवें विकेट के लिये 32 रन की भागीदारी निभायी. इससे भारतीय टीम ने 59वें ओवर में 150 रन के आंकड़े को पार किया, हालांकि यह स्कोर तब कोई मायने नहीं रखता. इसके बाद अली गेंदबाजी के लिये उतरे और उन्होंने निचले क्रम को तबाह कर दिया. धोनी के लिये उनके मुख्य स्पिनर रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन चिंता का विषय हो सकता है जिनके तीन टेस्ट मैचों में 106.8 (करीब 18 ओवर) के स्ट्राइक रेट से केवल आठ विकेट हैं जबकि अली इंग्लैंड के फ्रंटलाइन स्पिनर भी नहीं है और वह एंडरसन के बाद 15 विकेट से दूसरे स्थान पर हैं.

पिछले दो वर्षों में भारतीय बल्लेबाजी के मुख्य खिलाड़ी कोहली इस मौजूदा दौरे में सबसे बड़ी निराशाओं में एक रहे हैं, अभी तक उन्होंने छह पूरी पारियों में केवल 101 रन जुटाये हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 39 रन का रहा है. टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन उनसे जरा सा बेहतर रहा है, उन्होंने छह पारियों में 190 रन जोड़े हैं जिसमें दूसरी पारी में बनाया गया एक अर्धशतक भी शामिल है. बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के लिये समय बीतता जा रहा है, जिन्होंने 122 रन जुटाए हैं. इशांत शर्मा चौथे टेस्ट के लिये भी उपलब्ध नहीं हो पाएंगे जिससे कप्तान धोनी को निश्चित रूप से अंतिम एकादश चुनने के मामले में काफी सोच विचार करना होगा.

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