राष्ट्रीय क्रिकेट चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष कृष्णमाचारी श्रीकांत ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में आर अश्विन, प्रज्ञान ओझा और हरभजन सिंह की तिकड़ी को बरकरार रखने के फैसले का बचाव किया.
अश्विन, ओझा और हरभजन की तिकड़ी के खिलाफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने आसानी से रन बटोरे थे और मेहमान टीम वानखेड़े स्टेडियम की स्पिन की अनुकूल पिच पर 10 विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रही थी.
श्रीकांत ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी को सिर्फ एक खराब प्रदर्शन के आधार पर टीम से बाहर नहीं किया जाना चाहिए. यह पूछने पर कि क्या टीम में लेग स्पिनर को शामिल करने से अधिक विविधता आती, श्रीकांत ने कहा, ‘टीम में लेग स्पिनर का शामिल होना बेहतरीन होता लेकिन आप सिर्फ एक मैच के आधार पर किसी को बाहर नहीं कर सकते. उसे उचित मौका मिलना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘हरभजन सिंह ने एक साल के बाद टीम में वापसी की है. हम सिर्फ एक पारी के आधार पर उसे बाहर नहीं कर सकते. सभी को पता है कि उसने अभी अपनी पुरानी फार्म हासिल नहीं की है और उसे कुछ और समय देने की जरूरत है.’